बरेली। सोशल मीडिया पर हिन्दू समाज के खिलाफ जहरीली पोस्ट करने वाली बरेली की कट्टरपंथी डाक्टर नरगिस सिद्दीकी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रशासन ने उसके अस्पताल को भी जांच के दायरे में लिया है, जिसके वैध दस्तावेज मांगे जाने के बाद भी पेश नहीं किए गए हैं।
बरेली के मुस्लिम बहुल शीशगढ़ कस्बे में पिछले शनिवार को हुए बवाल के मामले में पुलिस अभी तक 33 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें 4 नाबालिग भी शामिल हैं। एक ही क्लास में पढ़ने वाले दो छात्रों में धार्मिक टीका टिप्पणी को नरगिस सिद्दीकी जैसे कट्टरपंथियों ने इतना तूल दे दिया था कि सैकड़ों की भीड़ ने सड़कों पर आकर उपद्रव किया था। पुलिस की मौजूदगी में ही हिन्दू छात्र के घर पर भीड़ ने हमला किया था और रोकने पर पुलिस अफसरों के साथ बदसलूकी-हाथापाई की थी।
माहौल बिगड़ने के बाद से शीशगढ़ कस्बे में कई दिन बाद भी तनाव पसरा हुआ है और पुलिस उपद्रवियों की धरपकड़ में जुटी है। सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालकर माहौल बिगाड़ने का षडयंत्र करने वाली खुद को डाक्टर बताने वाली कट्टरपंथी डा. नरगिस सिद्दीकी के खिलाफ भी शीशगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। केस लिखे जाने के बाद से वह फरार थी। सटीक सूचना पर पुलिस ने उसके एक ठिकाने पर छापेमारी कर नरगिस पर कानूनी शिकंजा कस दिया।
पुलिस के मुताबिक, शिकायतें मिली हैं कि नगरिस शीशगढ़ में सिद्दीकी अस्पताल एंड मैटरनिटी सेंटर नाम से अस्पताल भी बगैर वैध कागजातों के जरिए संचालित कर रही है। मांगे जाने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन जरूरी दस्तावेज प्रशासन के सामने पेश नहीं कर सका। एसपी ग्रामीण राजकुमार अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि शीशगढ़ बवाल में भड़काऊ पोस्ट डालने को लेकर डॉ. नरगिस को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके अस्पताल की वैधता की जांच के लिए सीएमओ को पत्र भी लिखा गया है।
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