शिमला। हिमाचल प्रदेश में बारिश से तबाही थम नहीं रही है। राज्य के अधिकांश भागों में गुरुवार को भूस्खलन और जमीन धंसने की घटनाओं ने लोगों को चिंता में डाल दिया। राज्य के विभिन्न जिलों में 24 घंटे के दौरान 109 घर गिर गए और छह लोगों की मौत हुई है।
राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के विभिन्न जिलों में 109 घर धराशायी हुए, तो 211 घर दरारें आने से आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए। इनमें सोलन जिला में 24, शिमला व कुल्लू में सात-सात और मंडी में चार पक्के मकान गिरे। इसके अलावा तीन दुकानें और 265 पशुशाला भी ध्वस्त हो गईं। राज्य में वर्षा से जुड़े हादसों में छह लोगों की जान भी गई है। सोलन में दो और हमीरपुर,मंडी, शिमला व किन्नौर में एक-एक व्यक्ति की जान गई है।
हिमाचल प्रदेश में मानसून ने भारी तबाही मचाई है। मानसून ने 24 जून को दस्तक दी थी और अब तक मानसून सीजन में वर्षा से जुड़े हादसों में 367 लोगों की जान गई है और 40 लापता हैं। 343 लोग घायल हुए हैं। भूस्खलन व बाढ़ की चपेट में आने से 136 लोग मारे गए हैं। अन्य वर्षा जनित हादसों में 231 लोगों की मौत हुई। मानसून सीजन में 2346 मकान, 303 दुकानें और 5048 पशुशालाएं पूरी तरह धराशायी हुईं, जबकि 10135 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा। बीते दो महीने में राज्य के 156 स्थानों पर भूस्खलन हुआ और 63 स्थानों पर बाढ़ आया। मानसून सीजन में प्रदेश के सरकारी विभागों को 8450 करोड़ का नुकसान आंका गया है।
दो दिन भारी वर्षा का येलो अलर्ट, 30 अगस्त तक मौसम खराब
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक राज्य में फिलहाल बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि अगले दो दिन यानी 25 व 26 अगस्त को राज्य में भारी वर्षा होने की आशंका है। इसे लेकर मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि 27 से 30 अगस्त तक भी राज्य भर में मौसम खराब रहेगा। हालांकि इस दौरान भारी बारिश को लेकर कोई अलर्ट नहीं रहेगा।
उन्होंने कहा कि बीते 24 घंटे में जोगेंद्रनगर में सबसे ज्यादा 150 मिलीमीटर वर्षा हुई है। इसके अलावा पालमपुर में 140, नाहन में 90, शिमला में 80, पण्डोह धर्मशाला, सँगड़ाह व राजगढ़ में 70-70, पच्छाद, सोलन, रोहड़ू व मंडी में 60-60 मिमी वर्षा रिकार्ड हुई है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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