69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कारों का ऐलान केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर की उपस्थिति में कर दिया गया है। इस बार अल्लू अर्जुन को फिल्म ‘पुष्पा’ के लिए बेस्ट एक्टर का पुरस्कार दिया गया है। बेस्ट ऐक्ट्रेस की कैटेगरी में यह पुरस्कार आलिया भट्ट और कृति सेनन को संयुक्त रूप से मिला है। आलिया भट्ट को ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ और कृति सेनन को फिल्म ‘मिमी’ के लिए यह अवॉर्ड मिला है। इसी फिल्म के लिए पंकज त्रिपाठी को बेस्टर सपोर्टिंग ऐक्टर का अवॉर्ड मिला है।
वहीं फिल्म ‘रॉकेट्रीः द नंबी इफेक्ट’ को बेस्ट फीचर फिल्म का अवॉर्ड दिया गया है। यह फिल्म नंबी नारायणन नाम के एक वैज्ञानिक के जीवन पर आधारित है। जिन पर जासूसी का झूठा आरोप लगा था। इस फिल्म में नंबी नारायणन की भूमिका आर माधवन ने निभाई है।
वहीं हिंदी कैटेगरी में बेस्ट हिंदी फीचर फिल्म अवार्ड ‘सरदार उधम सिंह’ को मिला है। यह फिल्म भारतीय क्रांतिकारी उधम सिंह के जीवन पर आधारित है। इसमें विक्की कौशल ने उधम सिंह की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म का निर्देशन सुजीत सरकार ने किया हैं।
वहीं बेस्ट नरगिस दत्त अवार्ड फॉर बेस्ट फिल्म ऑन नेशनल इंटीग्रेशन का अवार्ड ‘द कश्मीर फाइल्स’ को मिला है। इसी फिल्म के लिए पल्लवी जोशी को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का अवार्ड मिला है।
यहां देखें किस-किस को मिला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
बेस्ट एक्टर : अल्लू अर्जुन (पुष्पा द राइज)
बेस्ट एक्ट्रेस : आलिया भट्ट (गंगूबाई काठियावाड़ी) और कृति सेनन (मिमी)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर : पंकज त्रिपाठी (मिमी)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस : पल्लवी जोशी (द कश्मीर फाइल्स)
बेस्ट फीचर फिल्म : रॉकेट्री- द नंबी इफेक्ट
बेस्ट डायरेक्टर : निखिल महाजन (गोदावरी द होली वाटर)
बेस्ट हिंदी फिल्म : सरदार उधम
बेस्ट सिनेमेटोग्राफी : सरदार उधम
बेस्ट चिल्ड्रन मूवी : गांधी एंड कंपनी
बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट : भावेन राबरी (छेल्लो शो)
बेस्ट गुजराती फिल्म : छेल्लो शो
बेस्ट मराठी फिल्म : एकदा कायझाला
बेस्ट मलयालम फिल्म : होम
बेस्ट तेलुगु फिल्म : ओपन्ना
बेस्ट कन्नड़ फिल्म : 777 चार्ली
बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर : एम एम कीरवानी (RRR) और देवी श्री प्रसाद (पुष्पा)
बेस्ट लिरिक्स : चंद्र बोस (कोंडा पोलम)
बेस्ट एडिटिंग : संजय लीला भंसाली (गंगूबाई काठियावाड़ी)
बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर : काल भैरव (RRR)
बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर : श्रेया घोषाल (इराविन निझल)
बेस्ट कोरियोग्राफी : प्रेम रक्षिष्ठ (RRR)
स्पेशल ज्यूरी अवॉर्ड : विष्णु वरधान (शेरशाह)
बेस्ट स्पेशल इफेक्ट : वी. श्रीनिवास मोहन (RRR)
बेस्ट नरगिस दत्त अवार्ड फॉर बेस्ट फिल्म ऑन नेशनल इंटीग्रेशन : द कश्मीर फाइल्स
क्या है राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का इतिहास?
नेशनल फिल्म अवॉर्ड कला, संस्कृति, सिनेमा और साहित्य के क्षेत्र में श्रेष्ठ काम करने वाले कलाकारों को दिया जाता है। देश में स्वतंत्रता के बाद कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए इसकी शुरुआत की गई थी। इन पुरस्कारों के पीछे मकसद यह भी था कि अच्छी फिल्मों के निर्माण को प्रोत्साहन मिले। अवॉर्ड को तीन कैटेगरी में बांटा गया है- फीचर, नॉन-फीचर और बेस्ट राइटिंग इन सिनेमा।
भारत के माननीय राष्ट्रपति विनर्स को यह पुरस्कार देते हैं। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में हर कैटेगरी के आधार पर अलग अवॉर्ड दिया जाता है, जिन्हें स्वर्ण कमल, रजत कमल नाम से जाना जाता है। कुछ अवॉर्ड में नकद पुरस्कार भी दिया जाता है, जबकि कुछ कैटेगरी में सिर्फ मेडल ही दिया जाता है।
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