बांके बिहारी मंदिर दर्शन को लागू होगा ऑनलाइन पंजीकरण, प्रशासन व सेवायतों के बीच बनी सहमति

वर्ष में एक बार होने वाली मंगला आरती को लाइव देख सकेंगे श्रृद्धालु, भीड़ नियंत्रण के लिए उठाए जा रहे जरूरी कदम

Published by
विशेष संवाददाता

मथुरा। ठाकुर बांके बिहारी जी के मंदिर में श्रृद्धालुओं की भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन व सेवायत मिलकर अहम कदम उठाने जा रहे हैं। मंदिर में दर्शन की सुविधा अब ऑनलाइन पंजीकरण के जरिए मिलना शुरू हो जाएगी। वर्ष में होने वाली मंगला आरती के भी लाइव दर्शन के इंतजाम भी होने जा रहे हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिर में उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने और दर्शनर्थियों को सहूलियत मुहैया कराने के लिए प्रशासन, पुलिस और सेवायतों की बैठक में लिए गए सुझावों को सहमति के लिए मुंशिफ कोर्ट भेजने का निर्णय लिया गया है।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ठाकुर बांकेबिहारी महाराज के दर्शन करने के लिए भारी संख्या में भक्त पहुंचते हैं। मंदिर में कई बार भीड़ अधिक होने की वजह से आ रही दिक्कतों के समाधान के लिए जरूरी फैसले लिए जा रहे हैं। पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के साथ एक दिन पहले मंदिर की व्यवस्थाओं को लेकर जरूरी बैठक हुई। इसमें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से बाहरी श्रद्धालुओं को दर्शन कराने और नगर के पिन कोड 281121 वालों को आधार कार्ड से दर्शन की सुविधा देने के साथ मंगला आरती का लाइव प्रसारण कराने का सुझाव सामने आया।

सेवायतों ने कहा कि मंदिर चबूतरा, पार्किंग स्थल, प्रमुख चौराहों और प्रवेश मार्गों पर एलईडी स्क्रीन लगाकर मंदिर और उसके आसपास भीड़ नियंत्रण किया जा सकता है। एलईडी पर बिहारी जी नहीं, सिर्फ आरती के दर्शन कराये जाएंगे। मंदिर के अंदर मोबाइल ले जाने पर रोक लगनी चाहिए, ताकि कोई ठाकुरजी की वीडियो न बना सके। मंदिर के पीछे अर्द्ध निर्मित भवन का कार्य पूर्ण करने, जिससे अधिक जगह हो सके तथा बाहर का भोग प्रसाद बंद करने से पहले भोग प्रसाद की व्यवस्था करने पर भी चर्चा हुई। ठाकुरजी को गर्भ गृह से बाहर न लाकर गेट को चौड़ा करने की बात भी सेवायातों ने रखी, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर सकें। फिलहाल पूरा मसौदा मुंसिफ कोर्ट भिजवाया जा रहा है, ताकि उन्हें अंतिम रूप मिल सके।

बता दें कि बांके बिहारी मंदिर वृंदावन में दर्शन को आने वाले भक्तों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होती देखी जा रही है। भीड़ की वजह से मंदिर में हादसे की पुनरावृत्ति रोकने को पहले से ही व्यवस्थाओं को लेकर मंथन चल रहा था। प्रशासन व सेवायत गोस्वामियों के बीच बैठक में कई मामलों में सहमति बनने के बाद आगे व्यवस्थाएं और मजबूत होने की संभावना है।

Share
Leave a Comment

Recent News