देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आज प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) अनूप मलिक ने उत्तराखंड वन विभाग के वेस्टर्न सर्कल के पांचों डीएफओ को तलब किया और अतिक्रमण हटाओ अभियान की समीक्षा की। हल्द्वानी के वेस्टर्न सर्कल के पांचों वन प्रभागों के अधिकारियों के साथ-साथ वेस्टर्न सर्कल के वन संरक्षक दीप चंद आर्य, मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं प्रसन कुमार पात्रों, अतिक्रमण हटाओ अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. पराग मधुकर धकाते मौजूद रहे।
अनूप मलिक ने स्पष्ट कहा कि अतिक्रमण हटाने की वर्तमान गति से मुख्यमंत्री संतुष्ट नहीं हैं। लिहाजा ये अभियान तेज किया जाना चाहिए। उन्होंने मुख्य रूप से गुज्जरों द्वारा कब्जाई गई वन भूमि के बारे में तराई क्षेत्र के वन अधिकारियों से पूछा कि ये लोग कैसे जंगल की भूमि पर कब्जे कर खेती कर रहे हैं? इन्हें तत्काल हटाया जाए।
पीसीसीएफ ने नदियों श्रेणी की वन भूमि पर अवैध कब्जे और खनन नदियों के किनारे अवैध रूप से बसे लोगों को चिन्हित कर हटाने पर भी जोर दिया। इस बारे में वन निगम के अधिकारियों को भी निर्देशित करने को कहा। मलिक ने वक्फ बोर्ड के द्वारा वन भूमि को अपनी भूमि बताने पर भी उसका भौतिक परीक्षण कर सक्षम स्तर पर केस दर्ज किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए अतिक्रमण हटाने के निर्देश का पालन करने के लिए भी सख्त निर्देश दिए।
प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) अनूप मलिक ने कोर्ट केसों का नियमित रूप से अनुश्रवण करने पर भी ध्यान देने को कहा। उन्होंने अतिक्रमण हटाओ अभियान के बारे में प्रतिदिन रिपोर्ट सीएम कार्यालय, वन मुख्यालय भेजने को कहा और वरिष्ठ अधिकारियों को हर डीएफओ के साथ साप्ताहिक समीक्षा बैठक कर रिपोर्ट मुख्यालय भेजने के लिए निर्देशित किया। अतिक्रमण हटाओ अभियान की समीक्षा के लिए अगली बैठक राजाजी पार्क और शिवालिक वृत्त के डीएफ़ओ के साथ बुलाई गई है।
नोडल अधिकारी डॉ. पराग मधुकर धकाते ने बताया कि अभी तक 2508 एकड़ वनभूमि को अतिक्रमण मुक्त करा लिया गया है, जबकि 11864 हेक्टेयर वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण चिन्हित किया गया था, जिसपर मुख्यमंत्री धामी के निर्देश के अनुसार अतिक्रमण मुक्त अभियान तेज किया जा रहा है।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी तराई पश्चिमी प्रकाश आर्य, प्रभागीय वनाधिकारी तराई केन्द्रीय हिमांशु बागडी, प्रभागीय वनाधिकारी हल्द्वानी बाबूलाल के साथ-साथ उप प्रभागीय वनाधिकारी तराई पूर्वी संतोष पंत व उप-प्रभागीय वनाधिकारी रामनगर वन प्रभाग पूनम कैन्थोला उपस्थित रहे।
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