नई दिल्ली। नाबालिग दुष्कर्म मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) प्रमुख प्रियांक कानूनगो ने आरोप लगाया कि इस मामले में दिल्ली सरकार द्वारा पहले दिन से ही लापरवाही की गई। उन्होंने कहा, “हमने पीड़िता से मुलाकात की और उसकी मां और डॉक्टरों के साथ विस्तृत बातचीत की। दिल्ली सरकार द्वारा पहले दिन से ही लापरवाही की गई।”
उन्होंने कहा कि पीड़िता के पिता की मृत्यु कोरोना के कारण हुई और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, यदि किसी बच्चे के पिता या माता की मृत्यु कोरोना के कारण होती है, तो उनका सारा विवरण बालस्वराज पोर्टल पर पंजीकृत करना होगा। विशेष बात यह कि जिस व्यक्ति को मामले में गिरफ्तार किया गया है, उसके पास सभी विवरण अपलोड करने की जिम्मेदारी थी। यह तस्करी का मामला है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इसके लिए दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार जिम्मेदार हैं और आरोपितों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल और डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल झूठे हैं।पॉक्सो अधिनियम के अनुसार यह मामला एनसीपीसीआर के तहत आता है, दिल्ली महिला आयोग के तहत नहीं। स्वाति मालीवाल ने अस्पताल का दौरा किया है और कर रही हैं, इस मामले में शामिल अन्य अधिकारियों और राजनेताओं को बचाने का प्रयास है।
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(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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