लखनऊ। समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर एक कार्यक्रम में जूता फेंका गया। जूता फेंकने वाले व्यक्ति को सपा कार्यकर्ताओं ने पकड़ लिया और जमकर पीटा। इस मारपीट के दौरान एक सिपाही ने उस युवक को बचाने की काफी कोशिश की, मगर सपा कार्यकर्ताओं ने बेरहमी से उसकी पिटाई की। इसके बाद लखनऊ के विभूति खण्ड थाने की पुलिस उस युवक को थाने ले गई। जूता फेंकने वाले युवक ने कहा कि स्वामी प्रसाद द्वारा रामचरितमानस का अपमान किया गया है, इसलिए जूते तो इन्हें पड़ने ही चाहिए।
गौरतलब है कि गत फरवरी माह में सोनभद्र जाते समय टेंगरा मोड़ के पास लोगों ने स्वामी प्रसाद मौर्या को काले झंडे दिखाए थे और वाहन पर स्याही फेंका था। उस समय स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उस समय स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर काले कपड़े फेंके गए थे। इस दौरान जय श्रीराम के नारे गूंजते रहे थे। पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे युवकों को पीछे किया तब जाकर स्वामी प्रसाद मौर्य का काफिला आगे के लिए रवाना हो पाया था।
इस मामले में महंत राजूदास का बयान आया है। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का किसी ने जूता से स्वागत किया है। उनको साधुवाद है। उन्होंने कहा कि एक तरफ समाजवादी पार्टी के नेता कहते हैं कि हम सभी धर्म, पंथ, मत, संप्रदाय को मानते हैं, हम किसी का अपमान नहीं करते, लेकिन उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता रोज-रोज सनातन को टार्गेट करते हैं, गाली देते हैं। एक तरफ तो लोहिया जी रामायण मेला की शुरुआत करते हैं, दूसरी तरफ उनकी पार्टी के नेता कहते हैं कि रामचरितमानस पर प्रतिबंध लगना चाहिए, हिंदू देवी-देवताओं को गाली देते हैं, सनातन को गाली देते हैं तो सनातनी कब तक बर्दाश्त करेगा। उन्होंने कहा कि अभी तो स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंका गया है। आने वाले दिनों में अखिलेश यादव पर भी जूता फेंका जाएगा, क्योंकि उनकी पार्टी के नेता रोज-रोज सनातन को गाली देते हैं।
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