ताजा समाचार है कि अमेरिका ने भारत से वहां पढ़ने गए 21 छात्रों को हवाई अड्डे से ही उलटे पैर लौटाया है। हवाई अड्डे पर उतरने के बाद अमेरिका के आव्रजन अधिकारियों ने छात्रों के कागजात जांचे थे और बताते हैं, उन्हें दस्तावेज जाली होने का शक हुआ। इसके बाद उन छात्रों को वापसी की उड़ान पकड़ लेने को कहा गया। इस बात पर जब कुछ छात्रों ने विरोध दर्ज कराना चाहा तो अधिकारियों ने सख्त अंदाज में कहा कि अगर उनके कहे पर अमल नहीं किया गया और बहस की गई तो आगे गंभीर कानूनी कदम उठाया जा सकता है। लौटाए गए ज्यादातर भारतीय छात्र उच्च शिक्षा के लिए मिसौरी तथा साउथ डकोटा के विश्वविद्यालयों में दाखिल होने आए थे।
दरअसल आव्रजन को लेकर अमेरिका में नियम बड़े ही सख्त हैं। एक ही दिन की जांच में 21 भारतीय छात्रों को वापस भेजा जाना कोई आम घटना नहीं है। इससे भी बढ़कर लौटाए गए छात्रों को इसके पीछे कोई स्पष्ट वजह भी नहीं बताई गई। हवाई अड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने छात्रों के मोबाइल फोन पर व्हाट्सएप बातचीत पर भी नजर डाली थी। मीडिया में आए समाचार के अनुसार, छात्रों के वीसा और दस्तावेज ठीक नहीं पाए गए थे।
लौटाए गए लगभग सभी छात्र आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना से वहां गए थे। छात्रों के अनुसार, उनके पास वैध दस्तावेज थे। ये अमेरिका तभी गए थे जब कॉलेज में दाखिला मिलना सुनिश्चित हो गया था। इन छात्रों की जांच अटलांटा, शिकागो और सैन फ्रांसिस्को हवाईअड्डों के आव्रजन अधिकारियों ने की थी।
लौटाए गए लगभग सभी छात्र आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना से वहां गए थे। छात्रों के अनुसार, उनके पास वैध दस्तावेज थे। ये अमेरिका तभी गए थे जब कॉलेज में दाखिला मिलना सुनिश्चित हो गया था। यह घटना करीब पांच दिन पहले की है और इन छात्रों की जांच अटलांटा, शिकागो और सैन फ्रांसिस्को हवाईअड्डों के आव्रजन अधिकारियों ने की थी। छात्रों को इस दौरान कुछ देर हिरासत में भी रखा गया था। लेकिन फिर लौटने के लिए कह दिया गया। किसी भी छात्र को यह नहीं बताया गया कि उसे वापस क्यों भेजा जा रहा है।
समाचारों से यह भी पता चला है कि जब कुछ छात्रों ने इसका विरोध किया और वजह जानने की इच्छा जताई तो आव्रजन अधिकारियों ने चेतावनी के स्वर में कहा कि विरोध किया तो उन पर गंभीर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। इसके बाद छात्र कुछ नहीं बोल पाए। उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा।
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