China: तेजी से बढ़ रही बेरोजगारी, आंकड़े छुपा रही कम्युनिस्ट सरकार
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

China: तेजी से बढ़ रही बेरोजगारी, आंकड़े छुपा रही कम्युनिस्ट सरकार

वैश्विक कोरोना वायरस महामारी की मार से एक तरफ दुनिया धीरे धीरे उबर रही है, तो वहीं चीन लड़खड़ाता दिख रहा है। उसके लिए राह उतनी आसान नहीं लग रही है

by WEB DESK
Aug 19, 2023, 03:20 pm IST
in विश्व
युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी (File Photo)

युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी (File Photo)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

चीन आज दुनिया को अपनी जैसी ‘खुशहाली भरी तस्वीर’ दिखा रहा है, असलियत उसके ठीक उलट है। अर्थव्यवस्था गिरावट की ओर है, बाजार लड़खड़ा रहे हैं तो बेरोजगारी का आंकड़ा उठता जा रहा है। लेकिन ये आंकड़े दुनिया के सामने न आ पाएं, इसके लिए वहां की कम्युनिस्ट सरकार पूरा जोर लगा रही है ताकि उसकी ‘विकसित’ देश की छवि धुंधला न जाए। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि उस कम्युनिस्ट देश में अर्थजगत अंधेरे में गोते लगा रहा है।

ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि चीन में इस वक्त 21 प्रतिशत से ज्यादा युवा बेरोजगार घूम रहे हैं, नौकरियां नहीं मिल रही हैं। वैश्विक कोरोना वायरस महामारी की मार से एक तरफ दुनिया धीरे धीरे उबर रही है, तो वहीं चीन लड़खड़ाता दिख रहा है। उसके लिए राह उतनी आसान नहीं लग रही है। आश्चर्य की बात तो यह है यही चीन है जिसने कथित तौर पर दुनिया में कोरोना का संकट फैलाया था। अब वह खुद उसकी मार से उबर नहीं पा रहा है। देश में आर्थिक स्थिति डावांडोल है।

बेरोजगारी के ये जो आंकड़े सामने आए हैं, वे गत जून महीने के ​हैं। उस माह में कम्युनिस्ट देश में 16—24 साल के युवाओं में बेरोजगारी की दर 21.3 प्रतिशत दर्ज की गई थी। ये आंकड़े वहां के राष्‍ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीसी) के ​हैं। बताया गया कि इस बार कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों से करीब 1.2 करोड़ छात्र—छात्राएं स्नातक उपाधि लेकर आने वाले हैं और ये संख्या 2018 के बाद सबसे ज्यादा होगी।

उस वक्त चीन के लिए आर्थिक दिक्कतें और बढ़ जाने वाली हैं। बेरोजगारी तो पहले से ही पिछले रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। हालांकि चीन में ऐसी स्थिति होने के कयास कई अर्थ विशेषज्ञ पहले ही जता चुके थे। जून की बेरोजगारी की दर का आंकड़ा दिखाता है कि यह लगातार तीसरी बार है जब संकट जैसे हालात पैदा हुए हैं।

ऐसी स्थिति चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग के लिए भी सहज नहीं होगी। नए स्नातक युवाओं को रोजगार देने की मुश्किल उनके सामने मुंहबाए खड़ी है। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो का आंकड़ा 2018 से बाद से बेरोजगारी दर के सबसे ज्‍यादा होने की खुलासा कर ही चुका है। ब्यूरो का तो यहां तक मानना है कि इस आंकड़े के और बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। कुशल युवाओं तक को रोजगार नसीब नहीं हो रहे हैं, वे नौकरियों की तलाश में भटक रहे हैं।

बेरोजगारी के ये जो आंकड़े सामने आए हैं, वे गत जून महीने के ​हैं। उस माह में कम्युनिस्ट देश में 16—24 साल के युवाओं में बेरोजगारी की दर 21.3 प्रतिशत दर्ज की गई थी। ये आंकड़े वहां के राष्‍ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीसी) के ​हैं। बताया गया कि इस बार कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों से करीब 1.2 करोड़ छात्र—छात्राएं स्नातक उपाधि लेकर आने वाले हैं और ये संख्या 2018 के बाद सबसे ज्यादा होगी।

चीन में अर्थ विशेषज्ञों की चेतावनी है कि यदि हालत यही बनी रही तो इसके गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। सरकार की कोशिश तो है कि देश में नए ग्रेजुएट होने वाले युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं, लेकिन कैसे यह किसी को समझ नहीं आ रहा है।

कम्युनिस्ट देश की विकास एवं सुधार समिति का कहना तो है कि रोजगार को लेकर ​जो नीतियां हैं, वे कॉलेज स्नातकों के हित वाली होनी जरूरी हैं। इससे नए स्नातकों को उनके करियर में ज्‍यादा स्थिरता मिलेगी। हैरानी की बात है कि बहुत से युवा सिविल सेवा पदों में आने के लिए मोटी तनख्वाह वाली अपनी निजी क्षेत्र की नौकरियां छोड़ रहे हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि रोजगार की अनिश्चितता होने से युवाओं में शादी करने और बच्चे पैदा करने को लेकर अरुचि है, जो एक मुख्य कारण है चीन की घटती जनसंख्या का। इससे चीन में जन्म दर गिरती जा रही है और ये चीज वहां के आर्थिक विकास के लिए कोई अच्छा संकेत नहीं है।

अपने यहां मीडिया और सोशल प्लेटफार्म पर शिकंजा कसे रखने वाले चीन ने युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर जारी होते आ रहे आंकड़े सबके सामने रखने पर रोक लगा दी है। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, ये उस देश की आर्थिक मंदी का खास संकेत माना जा रहा है।

Topics: coronastatisticscovid19economyचीनbeijingरोजगारyouthChinafinancexiबेरोजगारीunemployment
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

एससीओ में जयशंकर

SCO में Jaishankar ने​ की पहलगाम जिहादी हमले की चर्चा, कहा-आतंकवाद पर नरम रवैया नहीं, तीखा प्रहार जरूरी

सीएम धामी का पर्यटन से रोजगार पर फोकस, कहा- ‘मुझे पर्यटन में रोजगार की बढ़ती संख्या चाहिए’

धर्मशाला में परम पावन दलाई लामा से आशीर्वाद लेते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री किरन रिजीजू

चीन मनमाने तरीके से तय करना चाहता है तिब्बती बौद्ध गुरु दलाई लामा का उत्तराधिकारी

Nepal Rasuwagadhi Flood

चीन ने नहीं दी बाढ़ की चेतावनी, तिब्बत के हिम ताल के टूटने से नेपाल में तबाही

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पंच परिवर्तन : जानिए ‘स्व बोध’ क्यों जरूरी..?

महान फिल्मकार सत्यजीत रे (बाएं) का पैतृक निवास

भारत की कूटनीति ने फिर मारी बाजी, अब नहीं टूटेगा Satyajit Ray का पैतृक घर, सरकार कमेटी बनाकर करेगी घर का पुन​र्निर्माण

55 years old peer mohammad raped 9 year old girl

मोहम्मद आरिफ ने 4 साल की मासूम से किया दुष्कर्म, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Islamic conversion of hindu girl in pakistan

पाकिस्तान: हिंदू लड़कियों पर अत्याचार, शनीला का अपहरण, कमला का जबरन इस्लामिक कन्वर्जन

Maulana Chhangur Conversion racket

Maulana Chhangur के खिलाफ फतवा: मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने की सामाजिक बहिष्कार की अपील

ED Summons Google Meta online gambling

मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला: गूगल, मेटा को ईडी का समन, 21 जुलाई को पूछताछ

टीआरएफ की गतिविधियां लश्कर से जुड़ी रही हैं  (File Photo)

America द्वारा आतंकवादी गुट TRF के मुंह पर कालिख पोतना रास नहीं आ रहा जिन्ना के देश को, फिर कर रहा जिहादी का बचाव

डिजिटल अरेस्ट में पहली बार कोर्ट ने दिया ऐतिहासिक फैसला, 9 को उम्रकैद की सजा

Managal pandey

स्व के शंखनाद और पूर्णाहुति के पुरोधा : कालजयी महारथी मंगल पांडे

RSS Chief mohan ji Bhagwat

महिला सक्षमीकरण से ही राष्ट्र की उन्नति- RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत जी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies