कालागढ़। उत्तराखंड में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत रामगंगा कालागढ़ डैम का जलस्तर बढ़ जाने के बाद पानी छोड़ा जाना शुरू कर दिया गया है। डैम से पानी छोड़ने से पहले यूपी के बिजनौर, बरेली, मुरादाबाद शाहजहांपुर, रामपुर, फर्रुखाबाद जिलों को अलर्ट कर दिया गया है।
रामगंगा डैम के अधीक्षण अभियंता प्रवेण कुमार के मुताबिक कुमाऊं गढ़वाल में हुई भारी बारिश के बाद रामगंगा डैम भी भर गया है। यहां भंडारण क्षमता, 355 मीटर है, जबकि 355.530 मीटर जलस्तर हो जाने से यहां का पानी अब धीरे-धीरे छोड़ा जा रहा है। 2013 और फिर 2021 के बाद राम गंगा बांध के दरवाजे एक बार फिर से खोले गए हैं। बांध के गेट खुलते ही सायरन बजाए गए। पानी छोड़ते ही रामगंगा का जलस्तर खतरे के निशान पर आ गया है।
बिजनौर और मुरादाबाद जिला प्रशासन ने कल ही रामगंगा किनारे न जाने के लिए मुनादी करवा दी थी। रामगंगा नदी में अंदर तक किसानों के अवैध कब्जे हैं। जिनपर वो खेती करते हैं, बाढ़ के पानी से इन किसानों के खेत भी पानी में डूबे हुए देखे गए हैं।
उधर बिजनौर में गंगा का पानी कम हुआ है, लेकिन बीती रात पहाड़ों में हुई भारी बारिश के कारण एक बार फिर से बाढ़ की संभावना बढ़ गई है। यमुना शारदा भी पूरे उफान के साथ बह रही है। कोसी गौला नंधौर में भी जल स्तर बढ़ा हुआ है। पहाड़ों में अभी भी अगली 20 तारीख तक मानसून के सक्रिय रहने की वजह से यलो अलर्ट घोषित है और यात्रा नहीं करने की सलाह दी गई है। पहाड़ी क्षेत्रों में 323 छोटी बड़ी सड़कें बंद हैं, जिन्हें खोले जाने के लिए प्रशासन की कोशिशें जारी हैं।
टिप्पणियाँ