UP News: उत्तर प्रदेश के जौनपुर जनपद में गत 29 जुलाई को मोहर्रम के जुलूस के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की गई थी। जुलूस में शामिल कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर देश विरोधी नारे लगाए गए। इतना ही नहीं अराजकतत्वों ने पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने 33 लोगों को चिन्हित कर जेल भेजा। इनमें से 13 लोगों के बारे में जब जिला प्रशासन ने छानबीन की तो पाया गया कि इन लोगों के द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा किया गया था। 13 आरोपियों को रिकवरी जारी की गई। करीब 19 लाख 80 हजार रुपये जमा करने का नोटिस परिजनों को दिया गया है।
तहसील प्रशासन ने 25 अगस्त तक सभी को तहसीलदार के न्यायालय में उपस्थित होने को कहा है। नोटिस मिलते ही परिजनों में हड़कंप मच गया है। बता दें कि 29 जुलाई को दसवें मुहर्रम के जुलूस में स्थानीय लोग ताजिया लेकर चौक जा रहे थे। गोधना और किशुनदासपुर के लोगों ने देश विरोधी नारे लगाए। इसका वीडियो वायरल होते ही थाना मीरगंज में 33 लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
स्थानीय लोगों की शिकायत पर नायब तहसीलदार संतोष कुमार ने दो राजस्व निरीक्षक समेत 10 लोगों की टीम को गोधना बाजार में चिन्हित लोगों की घरों की नाप कराई । 13 लोगों द्वारा अवैध कब्जे का मामला पाया गया । कुछ अभियुक्त अभी भी फरार चल रहे हैं। परिजनों को दिए नोटिस में कहा गया है कि 25 अगस्त को स्वयं या नामित अधिवक्ता तहसीलदार कोर्ट में आकर बताएं कि क्यों न उनसे राजस्व की वसूली की जाए। ये भी कहा गया है कि अनुपस्थित रहने पर एक पक्षीय आदेश दिया जा सकता है।
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