अनुच्छेद-356 का दुरुपयोग
May 25, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

अनुच्छेद-356 का दुरुपयोग

नेहरू सरकार ने पहली बार अनुच्छेद-356 का उपयोग पटियाला और पूर्वी पंजाब राज्य संघ (पीईपीएसयू) राज्य में अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ किया था।

by WEB DESK
Aug 16, 2023, 06:36 am IST
in भारत
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

अनुच्छेद-356 का दुरुपयोग

20 जून, 1951 को नेहरू सरकार ने पहली बार अनुच्छेद-356 का उपयोग पटियाला और पूर्वी पंजाब राज्य संघ (पीईपीएसयू) राज्य में अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ किया था। कांग्रेस आलाकमान प्रदेश कांग्रेस की गुटबाजी पर नियंत्रण नहीं कर पा रहा था। इसके बाद इंदिरा गांधी ने अपने 15 वर्ष के कार्यकाल में इस अनुच्छेद का सबसे अधिक दुरुपयोग किया और राज्यों में विपक्षी दलों की सरकारों को भंग कर वहां राष्ट्रपति शासन लगाया। उन्होंने 1966-77 के बीच 36 बार और 1980-84 के बीच 15 बार राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाया।

भाषायी आधार पर राज्यों का विभाजन

1948 में गांधीजी की मृत्यु के बाद श्रीरामुलु ने भाषा के आधार पर अलग तेलुगु राज्य बनाने का प्रस्ताव रखा। उनका कहना था कि मद्रास प्रेसीडेंसी से तेलुगु क्षेत्र को अलग कर आंध्र राज्य का गठन किया जाए। इधर, तमिल भाषी भी मद्रास पर दावा कर रहे थे। लेकिन सी. राजगोपालाचारी और सरदार पटेल भाषा के आधार पर राज्यों के विभाजन के विरुद्ध थे और नेहरू अनमने थे।

एस.के. धर की अध्यक्षता वाला भाषायी राज्य आयोग और जे.पी.वी. समिति ने भी भाषा के आधार पर राज्यों का विभाजन नहीं करने की सलाह दी।श्रीरामुलु ने अलग राज्य की मांग को लेकर आमरण अनशन शुरू किया और अक्तूबर 1952 में उनकी मृत्यु हो गई।

इसके बाद हिंसा भड़की और 1953 में आंध्र प्रदेश के रूप में नया राज्य बना दिया गया। कहीं इस आधार पर विभाजन करने और कहीं न करने से वैमनस्य व तनाव बढ़ा। विशेषकर पंजाब में इससे विभाजनकारी तत्वों को शह मिली। धर्म के आधार पर भारत के विभाजन के बाद भाषा के आधार पर राज्यों के विभाजन की शुरुआत विभाजित भारत के भीतर तनावकारी प्रवृत्ति थी।

Topics: Nehru GovernmentSriramuluMisuse of Article-356languagePartition of Indiaनेहरू सरकारराष्ट्रपति शासनPresident's Ruleश्रीरामुलु ने भाषाभारत के विभाजन
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Manipur Meitei Kuki conflict

मणिपुर: ‘मैतेई पुरुष हो या महिला जिंदा नहीं बचना चाहिए’, कुकी नेता ने दी हत्या की धमकी, केस दर्ज

Unknown facts about indus water treaty

सिंधु जल समझौते का अनजाना पक्ष

सुप्रीम कोर्ट

पश्चिम बंगाल में लागू होगा राष्ट्रपति शासन? सुप्रीम कोर्ट ने की “परमादेश” की बात, जानिये और क्या कहा

Wes bengal burning

पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के विरुद्ध राज्य प्रायोजित हिंसा: ममता बनर्जी की सरकार की असंवैधानिक भूमिका

मणिपुर के लिए 51,463 करोड़ का मेगा बजट पास : वित्त मंत्री सीतारमण बोलीं– पटरी पर लाएंगे व्यवस्था !

बैठक को संबोधित करते श्री मोहनराव भागवत

‘धर्म की धुरी है गृहस्थाश्रम’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजु से मुस्लिम बुद्धिजीवियों की भेंटवार्ता

वक्फ संशोधन : मुस्लिम समाज की तरक्की का रास्ता!

नक्‍सलियों के मारे जाने पर सीपीआईएम का दर्द हिंसा का राजनीतिक गठजोड़ बता रहा!

नीति आयोग की बैठक में सीएम धामी ने ड्रेनेज और कृषि पर रखे सुझाव

ऑपरेशन सिंदूर को चीफ इमाम का समर्थन, फतवा जारी कर कहा- ‘आतंकियों के जनाजे में नहीं पढ़ी जाएगी नमाज’

जमानत मिलते ही गैंगरेप आरोपियों ने निकाला जुलूस, महंगी बाइकें, लग्जरी कारें और लाउड म्यूजिक के साथ निकाली की रैली

मोहसिन खान हिंदू लड़कियों को कुरान पढ़ने, बीफ खाने के लिए मजबूर करता, जयश्री राम बोलने पर डांटता था आरोपी

उत्तराखंड : रामनगर में मुस्लिम वन गुर्जरों से 15 हेक्टेयर भूमि मुक्त

गुजरात सीमा पर पाकिस्तानी घुसपैठिया ढेर, BSF ने दी जानकारी

गुजरात : पाकिस्तान और ISI के लिए जासूसी कर रहा युवक गिरफ्तार

विकसित भारत के लिए विकसित राज्य जरूरी : प्रधानमंत्री मोदी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies