पोरबंदर। गुजरात के पोरबंदर में नगीना मस्जिद के मौलवी को कीर्ति मंदिर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मौलवी का ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था, जिसमें मुस्लिमों को राष्ट्रगान नहीं गाने और तिरंगे को सलामी नहीं करने की अपील की गई थी। इस ऑडियो क्लिप पर तीन मुस्लिम युवकों ने विरोध जताया तो उन्हें समाज से बाहर करने की धमकी दी गई। इससे व्यथित होकर तीनों युवकों ने फिनाइल पीकर आत्महत्या की कोशिश की। अस्पताल में तीनों युवकों के बयान के बाद कीर्ति मंदिर पुलिस ने आरोपी मौलवी को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार पोरबंदर के लकड़ी बंदर के समीप रहने वाले और मजदूरी करने वाले शकील युनुस कादरी (25), हारून सिपाही (31) और सोहिल परमार (26) ने देररात लकड़ी बंदर पर सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल किया। इसमें तीनों मित्रों ने एक साथ जहरीली दवा एक साथ पीते हुए दिखाई देते हैं। इस घटना की जानकारी होने पर परिवार जनों ने तीनों मित्रों को इलाज के लिए पोरबंदर के अस्पताल में भर्ती कराया।
तीनों ने मीडिया के समक्ष बताया कि पोरबंदर के नगीना मस्जिद के मौलवी वासीफ रजा ने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया में 2 ऑडियो वायरल किया था। इसमें एक ऑडियो में वासीफ रजा ने कहा कि मुस्लिमों को राष्ट्रगान नहीं गाना चाहिए। दूसरे ऑडियो में तिरंगा का अपमान करते हुए कहा गया कि मुस्लिमों को तिरंगे को सलामी नहीं देना चाहिए। इस बात का तीनों मुस्लिम युवकों ने विरोध किया और मौलवी के पास जाकर कहा कि राष्ट्रगान क्यों नहीं गाना चाहिए, क्यों नहीं तिरंगे को सलामी देना चाहिए। इस पर मौलवी के सहयोगी उत्तेजित हो गए और तीनों मित्रों को धक्का मारने लगे।
आरोप है कि मौलवी वासीफ रजा ने उन्हें पकड़ा और उसके सहयोगियों ने उसके साथ मारपीट की। इसके बाद उन्हें समाज से बाहर निकालने की धमकी दी गई। इससे घबराए तीनों मित्रों ने जहरीला पदार्थ पीकर आत्महत्या की कोशिश की। तीनों युवकों के बयान के आधार पर कीर्ति मंदिर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मौलवी को गिरफ्तार कर लिया है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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