चीनी फंडिंग वाले न्यूजक्लिक के बचाव में आया प्रेस क्लब ऑफ इंडिया
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम मत अभिमत

चीनी फंडिंग वाले न्यूजक्लिक के बचाव में आया प्रेस क्लब ऑफ इंडिया

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने उस मीडिया पोर्टल के पक्ष में अपना बयान जारी किया है, जिसे लेकर न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी यह कहा है कि वह चीन का ही एजेंडा आगे बढ़ा रहा है और जिसकी फंडिंग अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम ने की है।

by सोनाली मिश्रा
Aug 11, 2023, 04:38 pm IST
in मत अभिमत
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, एक ऐसी संस्था जिसका उद्देश्य कथित रूप से पत्रकारों के हितों की रक्षा करना है। परन्तु पत्रकारों की परिभाषा क्या होगी, उसके विषय में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया जैसी संस्थाएं बहुत ही संकुचित हैं। वह किन पत्रकारों के अधिकारों के लिए खड़ी होती है, वह भी नहीं पता होता है। कई मीडिया संस्थान हैं, जिनसे बिना किसी नोटिस के सैकड़ों पत्रकारों को निकाल दिया गया और निकाल भी दिया जाता है, परन्तु प्रेस क्लब ऑफ इंडिया नहीं बोलता।

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने उन राज्यों में किसी पत्रकार के शोषण पर कभी आवाज उठाई, जो गैर भाजपा शासित हैं, ऐसा भी सहज नहीं दिखता है, फिर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया जैसे संस्थान किन पत्रकारों के लिए आवाज उठाते हैं? क्या वह पत्रकारों के कुकृत्यों के विरुद्ध भी आवाज उठाता है? क्योंकि हाल ही में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने उस मीडिया पोर्टल के पक्ष में अपना बयान जारी किया है, जिसे लेकर न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी यह कहा है कि वह चीन का ही एजेंडा आगे बढ़ा रहा है और जिसकी फंडिंग अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम ने की है। इसके बाद ही केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस कांफ्रेंस करके यह कहा था कि “कांग्रेस, चीन और न्यूज़क्लिक एक गर्भनाल का हिस्सा हैं। राहुल गांधी की ‘नकली मोहब्बत की दुकान’ में चीनी सामान साफ देखा जा सकता है, चीन के प्रति उनका प्रेम देखा जा सकता है। वे भारत विरोधी एजेंडा चला रहे थे।”

न्यूज़ क्लिक पर सरकार की आलोचना के नाम पर किस प्रकार कांग्रेसी एजेंडा चलता है, यह किसी से छुपा नहीं है। यह बात पूरी तरह से सत्य है कि किसी भी लोकतंत्र के जीवित रहने की सबसे बड़ी निशानी यही होती है कि उसमें सत्ता की आलोचना का अधिकार हो। परन्तु यह भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि सरकार की आलोचना हो, दुराग्रह से भरकर लिखे गए लेख आलोचना नहीं होते हैं और सत्ता की आलोचना में यह कैसी आलोचना जिसमें कथित विपक्षी दलों की सरकार वाले राज्यों के मुद्दों की आलोचना नहीं हो?

यदि सरकार की आलोचना ही किसी पोर्टल का उद्देश्य होता है तो क्या बंगाल, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली जैसे राज्यों में घट रही घटनाओं को लेकर सरकार विरोधी विमर्श नहीं वह पोर्टल बनाएगा? यह भी एक प्रकार का एजेंडा चलाया जाता है कि लेखक हमेशा ही सरकार के विरोध में रहता है। सरकार के विपक्ष में होना और उस विपक्ष के पक्ष में हो जाना, जिसे जनता ने स्वयं ही मतदान द्वारा हटाया है, उसके पक्ष में आ जाने में जमीन आसमान का अंतर है?

न्यूज़क्लिक की वेबसाइट को देखने पर यह पूरी तरह से स्पष्ट हो जाता है कि इसका एजेंडा केवल और केवल भारतीय जनता पार्टी की सरकार का विरोध करना एवं हिन्दू लोक वाले भारत की निंदा करना है। आलोचना शब्द यहां पर प्रयोग नहीं किया जा सकता है क्योंकि आलोचना में संतुलन होता है और निंदा में कुंठाग्रस्त होकर मात्र अपने दिमाग का दुराग्रह लागू करना होता है। फिर भी न्यूज़़क्लिक के एडिटर इन चीफ प्रबीर पुरकायस्थ पर भी प्रवर्तन निदेशालय ने जो कदम उठाए थे, वह सरकार की दुराग्रह पूर्ण निंदा के कारण नहीं बल्कि वित्तीय अनियमितताओं को लेकर उठाए हैं, जिनके विषय में भारत की जांच एजेंसी के साथ न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी अपनी रिपोर्ट प्रश्न उठाए हैं। तो क्या अब सरकार की एजेंडे पूर्ण निंदा करने वाले हर क़ानून से ऊपर हैं कि उनकी जांच ही न की जाए?

यदि सरकार की उन नीतियों की बुराई की जाती है, जिससे जनता प्रसन्न है तो सरकार विरोधी रिपोर्ट का लाभ किसे होगा, यह समझना कठिन नहीं है। फिर भी ऐसे लोगों के पक्ष में आकर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया द्वारा समर्थन दिया जाना पत्रकार अमन चोपड़ा के शब्दों में कहें तो शॉकिंग हैं।

अमन चोपड़ा का उल्लेख इसलिए किया गया क्योंकि हाल ही में अमन चोपड़ा को लेकर एक मौलाना ने दंगाइयों द्वारा घेर लिए जाने की परोक्ष धमकी दी थी, तो प्रेस क्लब ऑफ इंडिया तो क्या किसी भी कथित सेक्युलर पत्रकार ने या पोर्टल ने उस मौलाना की निंदा नहीं की थी।

बहुत पीछे न जाते हुए पत्रकार रोहित सरदाना की मृत्यु पर जो एक वर्ग विशेष में प्रसन्नता की लहर दौड़ी थी, उसके विरोध में प्रेस क्लब का कोई वक्तव्य आया हो या फिर अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी को लेकर आवाज उठाई हो। बल्कि याद रखना चाहिए कि जब अर्नब गोस्वामी की उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार ने गिरफ्तार किया था और प्रेस क्लब ऑफ इण्डिया ने चुप्पी साध ली थी तो देश का पक्ष रखने वाले कुछ पत्रकारों ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के सामने प्रदर्शन किया था। और उस समय वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने यह भी कहा था कि पत्रकारिता से जुड़ी हर संस्था बेकार हो चुकी है।

देश से जुड़े मामलों की पत्रकारिता कर रहे पत्रकारों पर मौन रहने वाला प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, उस पोर्टल के पक्ष में आ गया है जिसपर चीनी फंडिंग का आरोप है और यह कह रहा है कि न्यूज़ क्लिक पर लगे आरोपों की निंदा की जानी चाहिए कि वह पड़ोसी देशों के मुखपत्र के रूप में कार्य करता है, जबकि न्यूज़क्लिक, बाक़ी मीडिया आउटलेट्स की तरह, सरकारी कार्यों का आलोचनापूर्ण परीक्षण करता है, और ऐसा करना इसे देशद्रोही या किसी विदेशी देश का टूल नहीं बनाता है।

ऐसे में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया से यह तो पूछा ही जाना चाहिए कि आखिर देश के विरोध में लिखना ही नहीं बल्कि न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा भी चीनी फंडिंग की बात किए जाने पर भी पोर्टल को विदेशी देश का टूल क्यों न बताया जाए? यदि प्रेस क्लब ऑफ इंडिया एक उंगली सरकार पर उठा रहा है तो शेष चार उंगलियाँ उसी की ओर उठ रही हैं और आम लोग तो पूछेंगे ही “तुम्हारी पॉलिटिक्स क्या है पार्टनर?”

Topics: chinese funding casepress club of indiapress club of india on newsclickन्यूजक्लिकन्यूजक्लिक मामलाचीनी फंडिंग मामलाप्रेस क्लब ऑफ इंडियान्यूजक्लिक पर प्रेस क्लब ऑफ इंडियाnewsclicknewsclick case
Share13TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

news click

न्यूजक्लिक ने चीन समर्थित प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए धन हासिल किया : दिल्ली पुलिस

न्यूजक्लिक मामला : प्रबीर पुरकायस्थ की जमानत याचिका पर दिल्ली पुलिस को कोर्ट का नोटिस

न्यूजक्लिक संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ और एचआर हेड चक्रवर्ती को 2 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा गया

काम नहीं आईं कपिल सिब्बल की दलीलें, न्यूजक्लिक के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ की याचिका खारिज

Delhi Police runs a covert operation against news click in chinese funding case

चीनी फंडिंग, देश की संप्रभुता पर हमला: 45 दिनों से न्यूज क्लिक के खिलाफ कोवर्ट ऑपरेशन चला रही थी दिल्ली पुलिस

‘न्यूजक्लिक’ के फाउंडर प्रबीर पुरकायस्थ समेत दो गिरफ्तार

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

“भय बिनु होइ न प्रीति “: पाकिस्तान की अब आएगी शामत, भारतीय सेना देगी बलपूर्वक जवाब

खेत हरे, खलिहान भरे

पाकिस्तान ने उरी में नागरिक कारों को बनाया निशाना

कायर पाकिस्तान ने नागरिकों को फिर बनाया निशाना, भारतीय सेना ने 50 ड्रोन मार गिराए

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies