शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून के कहर के बीच सड़क हादसे भी थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। चम्बा जिला के तीसा थाना क्षेत्र में पुलिस जवानों से भरी एक बोलेरो जीप अनियंत्रित होकर खाई में लुढ़कने के बाद सियोल नदी में जा गिरी।
चम्बा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि हादसे का शिकार हुई बोलेरो शुक्रवार सुबह तीसा से बैरागढ़ की तरफ जा रही थी कि तरवाई नामक स्थान पर संतुलन खोने से नदी में जा गिरी। बोलेरो में हिमाचल की पुलिस बटालियन के नौ जवान और दो स्थानीय लोग सवार थे। हादसे का पता लगते ही तीसा पुलिस ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर राहत व बचाव कार्य शुरू किया। बोलेरो के लुढ़कने पर कुछ लोग छिटक कर बाहर आने से बाल-बाल बच गए। हालांकि, वे गम्भीर रूप से चोटिल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि इस दर्दनाक हादसे में वाहन में सवार छह लोगों की मौत हुई है। मृतकों में चालक और पांच पुलिसकर्मी हैं। चार लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती किया गया है। नदी के तेज बहाव में एक लापता है। तीसा पुलिस हादसे के कारणों की जांच कर रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ की टीम ने भी सहयोग किया।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सड़क दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति के लिये प्रार्थना और शोकग्रस्त परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को घायलों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश जारी किए हैं।
इस बीच स्थानीय भाजपा विधायक हंसराज ने इस हादसे के लिए लोकनिर्माण विभाग को जिम्मेदार ठहराते हुए विभाग के एक्सईएन के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। एक बयान में हंसराज ने कहा कि पहाड़ से पत्थर गिरने के कारण बोलेरो हादसे का शिकार हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सरकार से लगातार गुहार लगाकर इस रोड को बंद करवाया था, लेकिन सरकार ने इस रोड को फिर खोल दिया था। पहाड़ लगातार गिर रहा था, जनता देख रही थी पर सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया।
टिप्पणियाँ