पीलीभीत। यूपी के पीलीभीति जिले में हिन्दू संगठनों ने कन्वर्जन की साजिश नाकाम कर दी है। चंगाई सभा की आड़ में मिशनरी ताकतें गरीबों को लालच देकर ईसाई बनाने के षडयंत्र में लगी थीं। तलाशी में मौके से भारी मात्रा में ईसाई साहित्य बरामद हुआ है। कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस ने षड्यंत्र में शामिल दंपति सहित तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है।
पीलीभीत के पूरनपुर कस्बे में एक इमारत के अंदर गुपचुप तरीके से भीड़ जुटाकर चंगाई सभा की जा रही थी। स्थानीय नागरिकों ने पुलिस को बताया कि साहूकारा लाइनपार मोहल्ले के एक भवन में काफी समय से कन्वर्जन की गतिविधियां चल रही थीं। इसकी जानकारी होने पर हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता मौके पर जमा हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस इमारत की तलाशी ली तो उसमें काफी मात्रा में मिशनरी साहित्य मिला, जिसका इस्तेमाल लोगों को बरगलाने के लिए किया जा रहा था। छानबीन में पता लगा है कि इलाके के रहने वाले रामकुमार व उसके परिवार का मिशनरी ताकतों ने पहले कन्वर्जन करा दिया था। इसके बाद रामकुमार व उसके साथ के लोगों को मोहरा बनाकर हिन्दू समाज के गरीब व भोले-भाले लोगों का ब्रेनवॉश की साजिश कराई जा रही थी।
ईसाई मिशनरीज की ओर से रामकुमार को मोटा पैसा दिया जा रहा था। बाहर से आए लोगों की मदद से रामकुमार के घर में चंगाई सभा का आयोजन कर लोगों की भीड़ जुटाई जाती थी और उन पर लालच देने के साथ तरह-तरह से बरगालकर ईसाई अपनाने को दबाव बनाया जाता था। षडयंत्रकारी ताकतों के निशाने पर वंचित समाज के लोग ज्यादा होते थे। हिन्दूवादी नेता संजय मिश्रा के साथ पहुंचे कार्यकर्ताओं ने कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा शुरू किया। प्रदर्शन होते ही इमारत में जमा लोग वहां से गायब हो गए। पता होते ही सीओ पूरनपुर आलोक कुमार फोर्स के साथ मौके आ गए और हिन्दू संगठनों को कार्रवाई का भरोसा देकर शांत किया।
अफसरों ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने ईसाई मिशनरी के इशारे पर कन्वर्जन के षडयंत्र में शामिल लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपी दंपति सहित तीन लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। विहिप नेता अंबरीश मिश्रा ने बताया कि तराई और नेपाल से सटे इलाकों में ईसाई मिशनरी लंबे समय से कन्वर्जन के षडयंत्रों में जुटी हुई हैं। कई बार पुलिस में केस भी दर्ज हो चुके हैं। हिन्दू समाज के गरीब और भोले-भाले लोग ईसाई मिशनरीज के निशाने पर हैं।
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