दिल्ली में किसान संघर्ष के बाद पंजाब में किसान यूनियनों के नाम पर गुंडागर्दी बढ़ गई है। किसान यूनियनों के नेता, पदाधिकारी बिना टोल कटाए टोल नाकों से गुजरते हैं और ऐसा न करने पर धरना देकर सड़कों को जामकर दिया जाता है। यूनियनों ने अपने लोगों को आईकार्ड तक जारी किए हुए हैं। जिनको दिखाकर किसान नेता वहां से मुफ्तखोरी से निकलने को अपना अधिकार समझने लगे हैं।
बठिंडा पुलिस की महिला थानेदार के साथ बदसलूकी का वीडियो सामने आया है। थाना नेहियांवाला की एसएचओ कर्मजीत कौर टोल पर लगे धरने को हटाने गईं थीं। जहां कुछ किसान बैठे हुए थे। उन्होंने एक किसान नेता को हटाने की कोशिश की तो उसने धक्कामुक्की की। जिसमें एसएचओ नीचे गिर गईं।
गांव जीदा के टोल प्लाजा में किसानों का टोल काट दिया गया। इससे किसान भड़क गए और धरना लगा दिया। इसका पता चलते ही एसएचओ कर्मजीत कौर वहां पहुंची। उन्होंने किसानों को समझाया, जिसके बाद कुछ वहां से हट गए लेकिन एक किसान नेता वहीं बैठ गया। जिसे एसएचओ ने खुद गनमैन के साथ मिलकर वहां से हटाया।
इसी दौरान ये धक्कामुक्की हुई। एसएचओ कर्मजीत कौर ने बताया कि 1 अगस्त को टोल पर प्रगट सिंह नामक व्यक्ति की पर्ची काटी गई थी। आज अचानक से यूनियन के लोग आकर धरने पर बैठ गए जिसके बारे में पुलिस और टोल कर्मचारियों को भी नहीं पता था।
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