कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का भारत विरोधी उपद्रव जारी है। वे लगातार भारतीय दूतावास और उसमें कार्यरत भारतीय राजनयिकों को धमकियां दे रहे हैं। हर वर्ष की भांति इस बार के भारत के स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त के दिन भी वे किसी बड़ी शरारत को अंजाम देने की कोशिश करते मालूम देते हैं। खालिस्तानी गुट एसजेएफ ने एक नया पोस्टर चिपकाया है जिस पर भारतीय राजनयिकों की फोटो लगाकर उन्हें ‘वांटेड’ लिखा है।
उग्रपंथी गुट ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ ने ब्रिटिश कोलंबिया में खुलेआम घोषणा की है कि भारत के स्वतंत्रता दिवस के दिन भारतीय दूतावास के स्टाफ निवासों को घेरा जाएगा। इसी धमकी के साथ उन्होंने वह ‘वांटेड’ लिखा नया पोस्टर छापा है।
उल्लेखनीय है कि कनाडा में एसजेएफ की भारत विरोधी गतिविधियां इधर कुछ ज्यादा ही बढ़ी हैं। कनाडा सरकार की ढील की वजह से खालिस्तानी तत्वों ने भारतीय दूतावासों पर कई बार उपद्रव किए हैं। एसजेएफ की शरारतों का गढ़ बनते जा रहे कनाडा ने हालांकि भारत सरकार के कड़े संदेश के बाद कुछ सख्त कदम तो उठाए हैं, लेकिन वे संभवत: पर्याप्त नहीं हैं। यही वजह है कि गुरपतवंत पन्नू और उसके साथी भारत को धमकाने के मौके तलाशते रहते हैं।
15 अगस्त पास ही है। ऐसे में एसजेएफ की यह शरारत देखने में आई है। भारतीय दूतावास के स्टाफ निवासों का घेराव करने की उनकी धमकी से पूर्व खालिस्तानी तत्वों ने एक नया पोस्टर प्रकाशित किया है। पहले की तरह इस पोस्टर में भी खालिस्तानी उग्रपंथियों ने वहां कार्यरत भारतीय राजनयिकों पर निशाना साधने की धमकी दी है।
अब 15 अगस्त पास ही है। ऐसे में एसजेएफ की यह शरारत देखने में आई है। बता दें कि भारतीय दूतावास के स्टाफ निवासों का घेराव करने की उनकी धमकी से पूर्व खालिस्तानी तत्वों ने एक नया पोस्टर प्रकाशित किया है। पहले की तरह इस पोस्टर में भी खालिस्तानी उग्रपंथियों ने वहां कार्यरत भारतीय राजनयिकों पर निशाना साधने की धमकी दी है। पोस्टर पर ‘वांटेड’ लिखा है। पता चला है कि इस पोस्टर को शहर में अनेक जगहों पर चिपकाया गया है। इससे पहले वाले पोस्टर पर खालिस्तानियों ने ‘किल इंडिया’ लिखा था। इन पोस्टरों को सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी हैंडल ने साझा किया था। इससे साफ संकेत मिलता है कि खालिस्तानियों को पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था आईएसआई खाद—पानी दे रही है।
उग्रपंथी सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) के द्वारा किए नए पोस्टर में भी खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का उल्लेख है। ये निज्जर वही थी जिसकी इस साल 18 जून के दिन कनाडा में ही गुरुनानक सिंह गुरुद्वारा परिसर में हत्या हुई थी। हैरानी की बात है कि निज्जर की हत्या को लेकर एसएफजे ने भारत विरोधी दुष्प्रचार किया था।
निज्जर की हत्या की आड़ में कई भारत विरोधी पोस्टर जुलाई माह में ग्रेटर टोरंटो इलाके में कई जगह लगे दिखे थे। ब्रिटिश कोलंबिया के इलाके सर्रे, जहां निज्जर की हत्या हुई थी, वहां कार्यरत फ्रेंड्स ऑफ कनाडा एंड इंडिया फाउंडेशन के प्रमुख मनिंदर गिल के अनुसार, उन्होंने अपनी संस्था की तरफ से उन खालिस्तानी पोस्टरों की भर्त्सना की थी। वे इस बात पर हैरान हैं कि स्थानीय प्रशासन ने इन पोस्टरों को लगाने की अनुमति कैसे दे दी।
खालिस्तानियों द्वारा जारी किए गए इन नए पोस्टरों पर भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा तथा टोरंटो स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास के अपूर्व श्रीवास्तव को निज्जर की हत्या का आरोपी कहकर जहर उगला गया है।
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