नई दिल्ली: नशीले पदार्थों के काले कारोबार बड़ी कार्रवाई हुई है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने डार्कनेट के माध्यम से संचालित होने वाले 2 अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ किया। कार्रवाई में 29,103 घातक गोलियों बरामद की गईं और 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की मंगलवार को जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि पिछले 3 महीने में ये कार्रवाई हुई है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इससे नशे के खिलाफ लड़ने वाली सभी एजेंसियों का मनोबल बढ़ेगा। ड्रग तस्कर चाहे कितनी भी उन्नत तकनीक का इस्तेमाल करें, वे कभी भी हमारी एजेंसियों के चंगुल से बच नहीं सकते।
एनसीबी दिल्ली जोनल यूनिट ने डार्कनेट पर सबसे बड़े एलएसडी (लीसर्जिक एसिड डाईएथिलेमाइड) कार्टेल का भंडाफोड़ किया है, जो ‘द जांबाडा कार्टेल’ के नाम से चल रहा है। डार्कनेट पर दो प्रमुख भारतीय एलएसडी कार्टेल का एनसीबी ने केवल 3 महीने के भीतर भंडाफोड़ किया है। इस मामले में, एनसीबी, दिल्ली जोनल यूनिट ने 6 मामले दर्ज किए हैं और ड्रग्स के आयात और वितरण में शामिल 22 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है। आरोपी व्यक्तियों से 29,013 एलएसडी ब्लॉट्स (अपने आप में एक रिकॉर्ड), 472 ग्राम एमडीएमए पाउडर और 51.38 लाख रुपये की ड्रग मनी जब्त की गई है।
ऐसे चलता था रैकेट
यह कार्टेल सोशल मीडिया साइटों के माध्यम से संपर्क करता था और डिलीवरी का तरीका मुख्य रूप से फर्जी पते/मोबाइल नंबरों पर कूरियर था। भुगतान केवल क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से होता था। विक्रेताओं या खरीदारों के बीच कोई मौखिक संचार नहीं था। गहन साइबर गश्त और तकनीकी प्लस फील्ड निगरानी के बाद, 19 अप्रैल 2023 को एक ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 15,000 एलएसडी ब्लॉट्स (वाणिज्यिक मात्रा के 2500 गुना से अधिक) की बरामदगी के साथ देश में दूसरे सबसे बड़े डार्कनेट एलएसडी कार्टेल का भंडाफोड़ होने के साथ पहली सफलता मिली।
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