हरियाणा के नूंह में भगवा यात्रा पर हुई पत्थबाजी और हिंसा के मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग एक्शन में आ गया है। एनसीपीसीआर ने पत्थरबाजी और अन्य गैर कानूनी गतिविधियों में बच्चों का कथित रूप से इस्तेमाल किए जाने को लेकर जांच की मांग की है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने हरियाणा प्रशासन को एक पत्र लिखा है, जिसमें हिंसा में बच्चों के कथित शोषण के संबंध में प्रशासन को तत्काल ध्यान देने को कहा है। साथ ही कार्रवाई करने की मांग की है। एनसीपीसीआर ने पत्र में लिखा है, ‘आयोग आपके कार्यालय से मामले पर गौर करने और घटना की जांच कराने का अनुरोध करता है। इसके अलावा इस गैरकानूनी प्रदर्शन में जिन बच्चों का प्रयोग किया गया उनकी पहचान की जानी चाहिए और अगर उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने की जरूरत है तो उन्हें बाल सुधार समिति के समक्ष पेश किया जाना चाहिए।’
एनसीपीसीआर ने सोशल मीडिया पोस्ट के मद्देनजर हिंसा में नाबालिगों की संलिप्तता पर चिंता जताई है। इस पर आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया और बाल अधिकारों के उल्लंघन से संबंधित समस्याओं को हल करने की महत्वता पर जोर दिया है। आयोग ने स्थानीय प्राधिकारियों से बच्चों के शोषण से जुड़ी इन घटनाओं की जांच कराने की मांग की है।
बता दें कि नूंह में सोमवार को ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा को कट्टरपंथियों ने रोकने की कोशिश की थी, उसके बाद हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं, कई लोग घायल हो गए हैं।
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