वैज्ञानिक सर्वे के फैसले से पहले सांस्कृतिक संकुल सभागार में ज्ञानवापी और मां श्रृंगार गौरी केस से जुड़े हुए हिंदू पक्ष के अधिवक्ता, वादिनी और पक्षकारों ने राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं मॉडल अनावरण कार्यक्रम का आयोजन किया। श्री आदिमहादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास के बैनर तले प्राचीन आदि विशेश्वर मंदिर ज्ञानवापी के भव्य मॉडल अनावरण किया गया। साथ ही वक्ताओं द्वारा कहा गया कि ज्ञानवापी परिसर के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से सर्वे में बाधा ठीक नहीं है। सर्वे में जो भी रिपोर्ट आए, सभी को स्वीकार करना चाहिए।
उद्घाटन समारोह में बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी और दिल्ली के बीजेपी नेता कपिल मिश्रा भी शामिल हुए। मनोज तिवारी ने कहा कि ज्ञानवापी मामले में एएसआई सर्वे को लेकर किसी को संदेह नहीं होना चाहिए। कानून सही प्रक्रिया में अपना काम कर रहा है। सच पूरी दुनिया के सामने जल्द ही आ जाएगा। मॉडल यह दर्शाता है कि पहले आदि विशेश्वर का मंदिर कैसा दिखता था। स्वामी दीपांकर महाराज ने कहा कि ज्ञानवापी मामले में चर्चा-परिचर्चा होना चाहिए। जिम्मेदारी हर सनातनी की है।
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि ज्ञानवापी एएसआई सर्वे होगा तभी सच्चाई सभी के सामने आएगी। दूसरे पक्ष को सच से डर लग रहा है। न्यायालय पर सभी को भरोसा होना चाहिए। हिंदू पक्ष ने आदि विशेश्वर मंदिर ज्ञानवापी के मॉडल का उद्घाटन किया है। जिसे लेकर दावा है कि मस्जिद से पहले वहां ऐसा ही मंदिर था। जिसे तोड़कर औरंगजेब ने मस्जिद बनवाया था। इस मॉडल को बनाने वाले हिंदू पक्ष के लोग अब अयोध्या के तर्ज पर जनजागृति करेंगे। बीजेपी शासित प्रदेशों में मंदिर के मॉडल और फोटोग्राफ को ले जाया जाएगा।
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