नई दिल्ली। ब्रिटिश-अमेरिकी फिल्ममेकर क्रिस्टोफर नोलन की ‘ओपेनहाइमर’ फिल्म में गीता का अपमान किया गया है। एक अंतरंग सीन में अभिनेत्री को इसे पढ़ते हुए दिखाया गया है। इस पर केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी नाराजगी जताई और सेंसर बोर्ड से इस सीन को हटाने के लिए कहा है। अनुराग ठाकुर ने इस आपत्तिजनक सीन पर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से भी जवाब मांगा है।
फिल्म ओपनहाइमर 21 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। इस फिल्म में भगवद् गीता का अपमान किया गया है। एक अंतरंग दृश्य (इंटीमेट सीन) के दौरान गीता पढ़ते हुए दिखाया गया है। इस फिल्म के बॉयकाट की मांग उठी है। सोशल मीडिया पर भी लोग फिल्म का खुलकर विरोध कर रहे हैं। लोग आक्रोशित हैं और उनका यह भी कहना है कि इस दृश्य के साथ केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने इस फिल्म को मंजूरी कैसे दे दी।
इस फिल्म में गीता के अपमान पर सेव कल्चर सेव इंडिया फाउंडेशन भी आगे आया है। फाउंडेशन की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि फिल्म ओपेनहाइमर में ऐसे दृश्य हैं जो हिंदू धर्म पर कड़ा हमला करते हैं। फिल्म के एक दृश्य में दिखाया गया है कि एक महिला एक पुरुष से इंटीमेट सीन के दौरान जोर-जोर से भगवत गीता पढ़ती है। हर कोई हैरान है कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) इस दृश्य के साथ फिल्म को कैसे मंजूरी दे सकता है।
फाउंडेशन की ओर से कहा गया है कि भगवान श्री कृष्ण द्वारा मानव सभ्यता को एक दिव्य उपहार, भगवत गीता, हिंदू धर्म के सबसे प्रतिष्ठित ग्रंथों में से एक है। गीता अनगिनत संन्यासियों, ब्रह्मचारियों और महापुरूषों के लिए प्रेरणा है जो संयम का जीवन जीते हैं और निःस्वार्थ महान कार्य करते हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय इस पर तत्काल कार्रवाई करे और इसकी जांच की जानी चाहिए। इसमें शामिल लोगों को कड़ी सजा दी जाए।
वहीं इस फिल्म का बॉयकाट किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि बार-बार हिंदुओं के धैर्य की ही परीक्षा क्यों ली जा रही है।
टिप्पणियाँ