जयपुर। राजस्थान की अशोक गहलोत की अगुवाई वाली सरकार से बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने खुलासा किया है कि वे लाल डायरी को विधानसभा के पटल पर रखना चाह रहे थे लेकिन कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों ने उनके साथ मारपीट कर उनसे वो डायरी छीन ली। उन्होंने कहा कि इस प्रदेश की हर बहन-बेटी, उनकी बहन-बेटी है, वे उन्हें अपनी बहन से भी बढ़कर मानते हैं। उन्होंने कहा कि “मैं महाराव शेखाजी का वंशज हूं, जिनकी तीन पीढ़ियों ने महिला सम्मान के लिए सब कुछ कुर्बान कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के मंत्री विधायक दुष्कर्मी हैं। उनके साथ मंत्री- विधायकों का नार्को टेस्ट करवाना चाहिए, इनमें से बहुत से बलात्कारी निकलेंगे। वहीं, आज तक से बातचीत में उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत ने लाल डायरी जलाने को कहा था।
विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सदन से बाहर निकाले जाने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए गुढ़ा ने कहा कि मैंने इस सरकार को 2008 और 2018 में संकट के वक्त साथ दिया और आज उन्होंने ही मुझे विधानसभा के अंदर लात घूंसों से मारा है। मुझे नीचे गिरा दिया गया। रुंआसे होते हुए गुढ़ा ने कहा कि वे लाल डायरी को सदन के पटल पर रखने के लिए लेकर गये थे लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। इतना ही नहीं, कांग्रेस के विधायक और मंत्रियों ने उन्हें लात घूंसे मारे, उन्हें जबरन सदन से बाहर निकाला गया। उनसे लाल डायरी का एक हिस्सा छीन लिया गया लेकिन उन्होंने दावा किया कि उनके पास एक हिस्सा बाकी है, जिसमें मुख्यमंत्री और मंत्रियों के सारे कारनामे लिखे हुए हैं। गुढ़ा ने कहा कि उनका कसूर सिर्फ इतना था कि वे अपने क्षेत्र में महिलाओं और बच्चियों के साथ में हो रही दुष्कर्म की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। अगर सच बोलने की सजा उन्हें मिली है तो यह सजा वे भुगतने के लिए बार बार तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उनसे माफी मांगने को कहा गया लेकिन किस बात की माफी मांगें। गुढ़ा ने कहा कि अगर उन्हें महिलाओं बच्चियों की दुष्कर्म की आवाज उठाने पर जेल की सलाखों के पीछे भी डाल दें तो भी वे जाने को तैयार हैं…, लेकिन इस घमंडी और अहंकारी सरकार से अब जनता सड़कों पर जवाब मांगेगी।
सीएम के करीबी के घर से निकाल कर लाए थे लाल डायरी
लाल डायरी को लेकर खुलासा करते हुए राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि जब कांग्रेस पर संकट आया था, ईडी और इनकम टैक्स की टीमें कार्रवाई कर रही थीं तब मुख्यमंत्री ने उन्हें बुलाकर कहा था कि उनके करीबी धर्मेन्द्र सिंह राठौड़ के घर से वह लाल डायरी लेकर आओ। अगर वह लाल डायरी नहीं आई तो वे बर्बाद हो जाएंगे, यह सरकार गिर जाएगी। उन्होंने कहा कि ये काम सिर्फ तू ही कर सकता है। वे मुख्यमंत्री के कहने पर सीएम के करीबी धर्मेन्द्र सिंह राठौड़ के बंद घर से खिड़की तोड़ कर कांग्रेस नेता रामलाल और धीरज गुर्जर के साथ अपनी जान जोखिम में डालकर वह लाल डायरी लेकर आए लेकिन आज उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। आज वे उन्हें झूठे मुकदमों में जेल में डालने की तैयारी कर रहे हैं। गुढ़ा ने कहा कि अब वे जनता के बीच जाएंगे और सरकार के काले कारनामों को जनता के सामने रखेंगे।
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