मथुरा/गाजियाबाद। यूपी एटीएस ने मथुरा, गाजियाबाद, अलीगढ़, हापुड़ और सहारनपुर जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर 74 रोहिंग्या घुसपैठियों को गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को पुलिस व एटीएस के संयुक्त ऑपरेशन में पश्चिमी यूपी के जिलों से कई महिलाएं भी पकड़ी गई हैं। सीमा पार कर वेस्ट यूपी में रोहिंग्या ठिकाना बना रहे थे। गुप्तचर एजेंसियों की सूचना पर एटीएस की घुसपैठियों धरपकड़ में जुटी है।
एटीएस ने रोहिंग्याओं के खिलाफ शुरू किए गए अभियान में गिरफ्तारियों के बाद संबंधित जिलों में एफआईआर दर्ज कराई है। एटीएस प्रवक्ता के मुताबिक छापेमारी में सबसे अधिक 31 रोहिंग्या मथुरा से पकड़े गए हैं, जिनमें दो महिलाएं भी हैं। मथुरा के कोटा और अल्हेपुर गांव में सीमा पार कर आए रोहिंग्या अपनी अलग बस्ती बनाने में जुटे थे। इसकी शुरूआत सरकारी जमीनों पर झोपट-पट्टी बनाकर की जा रही थी। अन्य जिलों से गिरफ्तार रोहिग्या घुसपैठियों में सहारनपुर से दो पुरुष, मेरठ से दो पुरुष एक महिला और एक बालक, हापुड़ से 12 पुरुष, एक महिला व 3 बच्चे, गाजियाबाद से 3 पुरुष, एक महिला, अलीगढ़ से 7 पुरुष और 10 महिला शामिल हैं। यूपी शासन व पुलिस महानिदेशक पर राज्य के विभिन्न हिस्सों में अवैध रूप से आवासित रोहिंग्या पर एटीएस ने यह कार्रवाई की है। लगातार ऐसी सूचनाएं मिल रहीं थीं कि सीमा पार कर रोहिंग्या यूपी में बस रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए रोहिंग्या मुस्लिम परिवार म्यांमार सीमा से अवैध तरीके से भारत में दाखिल हुए थे और छिपने के लिए यूपी के विभिन्न जिलों में रहने लगे। इनमें ज्यादातर ने कबाड़ का काम शुरू कर दिया था। बता दें कि पुलिस और एसटीएफ ने कुछ माह पहले इसी तरह से आगरा में छापेमारी कर कई बांग्लादेशी घुसपैठियों पर शिकंजा कसा था, जो अवैध रुप से बस्तियां बसाने में लगे थे और कबाड़ का काम कर रहे थे।
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