पश्चिम बंगाल हिंसा की जांच NIA से कराने का कलकत्ता हाई कोर्ट का आदेश बरकरार
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल हिंसा की जांच NIA से कराने का कलकत्ता हाई कोर्ट का आदेश बरकरार

सुप्रीम कोर्ट ने रामनवमी के दौरान पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा की जांच एनआईए से कराने के कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश को बरकरार रखा है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने हाई कोर्ट के आदेश में दखल देने से इनकार कर दिया।

by WEB DESK
Jul 24, 2023, 04:51 pm IST
in पश्चिम बंगाल
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने रामनवमी के दौरान पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा की जांच एनआईए से कराने के कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश को बरकरार रखा है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने हाई कोर्ट के आदेश में दखल देने से इनकार कर दिया।

सुनवाई के दौरान एनआईए की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि इस मामले में दर्ज छह एफआईआर रामनवमी की घटना से जुड़ी हैँ या नहीं, हमने उसकी जांच की। पहली एफआईआर हावड़ा में दर्ज की गई है, उसमें विस्फोटक जैसी चीजों के इस्तेमाल किए जाने का जिक्र किया गया है। इसके अलावा दूसरी एफआईआर की भी जांच की गई, जिसमें राज्य पुलिस ने जानबूझ कर विस्फोटकों का जिक्र नहीं किया जबकि उस घटना में लोगों को गंभीर चोट आई। एनआईए की ओर से कहा गया कि हाई कोर्ट के फैसले के बाद भी राज्य सरकार ने एनआईए को अभी भी डाक्यूमेंट्स नहीं मुहैया कराये हैं।

पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से वकील गोपाल शंकर नारायण ने कहा कि यह आरोप दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम किसी को बचा रहे हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपित हर समुदाय के हैं। तब चीफ जस्टिस ने कहा कि क्या इस बात से इनकार किया जा सकता है कि वहां विस्फोटकों के इस्तेमाल का आरोप है। तब पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा कि कोर्ट को य़ह देखना चाहिए कि अगर वहां विस्फोटक इस्तेमाल हुए तो कितना नुक़सान हुआ। राज्य के अधिकारियों की जांच पर भरोसा ना करना दुर्भाग्यपूर्ण है।

पश्चिम बंगाल सरकार ने हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देकर कहा है कि हिंसा की छिटपुट घटनाओं की एनआईए से जांच की कोई जरूरत नहीं है। हाई कोर्ट में याचिकाकर्ता भाजपा नेता सुवेंद अधिकारी की ओर से पेश वकील पीएस पटवालिया ने कहा कि एनआईए ने खुद ही एफआईआर दर्ज की थी। हाई कोर्ट ने इस बात पर गौर किया था कि पश्चिम बंगाल में अप्रैल, 2021 से लेकर अब तक रैली और धार्मिक समारोहों में करीब एक दर्जन हिंसा के मामले दर्ज हुए हैं। हिंसा की इन घटनाओं में बम फेंके जाने की घटनाएं भी हुई हैं।

(सौजन्य सिंडिकेट फीड)

Topics: investigation of west bengal violencesupreme court on bengal violenceएनआईएNIAcalcutta high courtकलकत्ता हाई कोर्टपश्चिम बंगाल हिंसापश्चिम बंगाल हिंसा की जांचबंगाल हिंसा पर सुप्रीम कोर्टwest bengal violence
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Tahawwur Hussain Rana Pakistani Army agent

NIA इन्वेस्टिगेशन में टूटा तहव्वुर राणा, कहा-‘मैं पाकिस्तानी सेना का था खास एजेंट’

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

NIA ने PFI के खिलाफ बिहार में कार्रवाई तेज की, मोहम्मद सज्जाद आलम पर चार्जशीट दाखिल

कलकत्ता हाईकोर्ट

कलकत्ता: ‘कैश फॉर जॉब्स’ घोटाले में अयोग्य उम्मीदवारों को फिर से भर्ती, HC ने लगाई कड़ी फटकार

PFI NIA Islam

PFI की कट्टरता का विरोध करने वाले मुस्लिम विद्वान भी हैं टारगेट पर, NIA ने किया बड़ा खुलासा

PFI NIA Islam

PFI की खौफनाक साजिश का NIA ने किया पर्दाफाश: जज से लेकर नेता तक, निशाने पर हिन्दू

NIA

जम्मू-कश्मीर: आतंकियों व मददगारों के 32 ठिकानों पर NIA का छापा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies