कोलकाता : पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (ED) एक बार फिर एक्शन मोड में है। तृणमूल कांग्रेस के करीबी और कारोबारी कौस्तव रॉय को ईडी ने वित्तीय हेराफेरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। देर रात तक की गई लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि उन्होंने जांच में असहयोग किया। कौस्तव रॉय पर पहले भी कई बार वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लग चुके हैं। कुछ महीने पहले उनके ऑफिस और घर पर आयकर विभाग ने छापा मारा था।
ईडी ने दिसंबर 2022 में कौस्तव रॉय की कंपनी पर मारा था छापा
इसके पहले दिसंबर 2022 में ईडी ने उनकी कंप्यूटर कंपनी आरपी इन्फो सिस्टम लिमिटेड के दफ्तरों में छापा मारा था । मार्च 2018 में सीबीआई ने भी कौस्तव को गिरफ्तार किया था। वह कोलकाता के एक मशहूर टीवी चैनल के मालिक और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के करीबी माने जाते हैं।
कौस्तव रॉय के बिजनेस पार्टनर ममता के हैं बेहद खास
उनके बिजनेस पार्टनर शिवाजी पांजा रहे हैं। पांजा ममता के बेहद खास हैं। केनरा बैंक को दोनों ने मिलकर 515 करोड़ रुपये का चूना लगाया है। इसी मामले में मई 2015 में सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की थी। इसके बाद ईडी ने धन शोधन की जांच शुरू की थी। केनरा बैंक सहित नौ अन्य बैंकों से लोन लेकर बड़ा वित्तीय नुकसान कौस्तव रॉय और उनकी कंपनी ने पहुंचाया है।
कौस्तव रॉय के घर पर पड़ी थी इनकम टैक्स की रेड
सूत्रों के अनुसार, उस वक्त कौस्तव रॉय के पास से कई दस्तावेज बरामद हुए थे, लेकिन तब उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। ईडी सूत्रों के अनुसार, कौस्तव रॉय को सोमवार सुबह समन भेजा गया था। लेकिन उन्होंने ईडी को चिट्ठी देकर बताया था कि सुबह उनके लिए उपस्थित होना संभव नहीं है। उन्होंने ई़डी को यह भी बताया था कि दोपहर में ईडी से मिलने का समय होगा। जिसके बाद ईडी ने उनकी बात को स्वीकार करते हुए उन्हें शाम 4 बजे पेश होने के लिए कहा था। सोमवार दोपहर को कौस्तव रॉय ईडी के ऑफिस में पहुंचे थे।
ईडी सूत्रों के अनुसार, सोमवार को उनसे लगातार पूछताछ की गई थी, जिसके बाद रात करीब 1 बजे उन्हें गिरफ्तार किया गया था। केंद्रीय अधिकारियों ने कौस्तव रॉय का मोबाइल फोन जब्त कर लिया है।
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