नई दिल्ली : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि पिछले एक वर्ष में 10 लाख किलोग्राम मादक पदार्थों को नष्ट किया गया है। देश के एक भी युवा में नशे की आदत ना हो, ऐसे भारत का सृजन करना मोदी सरकार का लक्ष्य है। हम सब को मिलकर इस लक्ष्य को प्राप्त करना है।
अमित शाह ने सोमवार को यहां ”ड्रग तस्करी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा” पर क्षेत्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश के विभिन्न हिस्सों में 1 लाख 40 हजार किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थों को नष्ट किया गया, जो एक दिन में सर्वाधिक ड्रग नष्ट करने का रिकॉर्ड है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले एक साल में 10 लाख किलोग्राम मादक पदार्थों को नष्ट किया गया है, जिसका मूल्य लगभग 12,000 करोड़ रुपये है।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि ड्रग्स के खिलाफ इस लड़ाई में हम जितनी जानकारी जिला तंत्र, एनजीओ और स्कूलों तक पहुंचाएंगे, यह लड़ाई उतनी मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ हमारा अभियान देश की आने वाली नस्लों को बचाने का पुण्य अभियान है और देश को सुरक्षित रखने का अभियान है, ये हम सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए। पीएम मोदी की नशामुक्त भारत की कल्पना को साकार करने के लिए हमें आपसी समन्वय और सहयोग की भावना से संयुक्त होकर काम करना होगा।
अमित शाह ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी और उपयोग से ना सिर्फ आने वाली नस्लें बरबाद होती हैं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा भी प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार का गृह मंत्रालय क्षेत्रीय सम्मेलनों की बैठकों के माध्यम से निरंतर अभियान चला रहा है और उनकी समीक्षा करने और फीडबैक के आधार पर हमारी नीतियों में समयानुकूल परिवर्तन करने के लिए ये बैठक हो रही है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान देश के सामने लक्ष्य रखा है कि जब देश की आजादी की शताब्दी मनाई जाए तब तक भारत और इसके युवा नशामुक्त हो जाएं। उन्होंने कहा कि देश के एक भी युवा में नशे की आदत ना हो, ऐसे भारत का सृजन करना मोदी सरकार का लक्ष्य है और इसकी प्राप्ति के लिए राज्यों और केंद्र दोनों को मिलकर काम करना जरूरी है।
अमित शाह ने कहा कि 2006 से 2013 के बीच कुल 1250 मामले दर्ज हुए थे, जबकि 2014 से 2023 के 9 सालों में 3,700 मामले दर्ज हुए हैं, जो 200 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। पहले कुल 1,360 गिरफ्तारी हुई थी, जो अब 5,650 हो गई हैं, जो 300 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। जब्त ड्रग की मात्रा पहले 1.52 लाख किलोग्राम थी, जो अब 160 प्रतिशत बढ़कर 3.94 लाख किलोग्राम हो गई है। उन्होंने कहा कि 2006 से 2013 के बीच 5,900 करोड़ रुपये के ड्रग को विनिष्ट किया गया था, 2014 से 2023 के बीच 18,100 करोड़ रुपये के ड्रग को पकड़कर विनिष्ट किया गया है, यह हमारे अभियान की सफलता को दर्शाता है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि जब तक ड्रग कारोबारियों की फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन कर हम इनकी इंटरेस्ट चेन को नहीं तोड़ते हैं, तब तक हमारा अभियान सफल नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हमारा अप्रोच होना चाहिए कि जो भी ड्रग का सेवन करता है, वह पीड़ित है, और जो इसका व्यापार करते हैं वह गुनहगार हैं।
अमित शाह ने कहा कि राज्यों को ड्रग के खिलाफ विशिष्ट अदालतें बनानी चाहिए और इसके प्रॉसीक्यूशन को फास्ट ट्रैक मोड में किया जाए। उन्होंने कहा कि सजा जितनी ज्यादा होगी, इसकी रोकथाम में उतना ही फायदा होगा क्योंकि इससे एक कठोर संदेश जाता है। शाह ने कहा कि नशीले पदार्थों के व्यापार में लिप्त लोगों की संपत्ति जब्ती के मामले भी बढ़ाने चाहिए। इन लोगों के सार्वजनिक बहिष्कार से ही बाकी लोग इस व्यापार से जुड़ने से रुकेंगे।
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