नई दिल्ली। युमना में बाढ़ के बाद एनडीआरएफ को दोषी ठहराने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। शनिवार को भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि ऐसे समय में जब केजरीवाल को एनडीआरएफ का धन्यवाद करना चाहिए, वह एनडीआरएफ पर दोषारोपण कर रहे हैं। ये कोई पहली बार नहीं है। इससे पहले केजरीवाल ने पुलवामा के दौरान भी भारतीय सेना और अर्द्धसैनिक बलों पर सवाल उठाया था और उनके मनोबल को गिराया था।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में संकट की इस घड़ी में भी बेशर्म केजरीवाल, उपराज्यपाल, केंद्र सरकार और यहां तक कि एनडीआरएफ को भी दोषी ठहराने में व्यस्त हैं। केंद्र सरकार दिल्ली के लोगों के साथ खड़ी है और भीषण बाढ़ की इस स्थिति में उनकी मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है लेकिन केजरीवाल ने साबित कर दिया है कि वह न केवल बेईमान हैं बल्कि एक बड़े ‘बहानेबाज’ भी हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में यमुना को साफ करने के लिए 6,800 करोड़ रुपये खर्च हुए। ये जो डिसिल्टिंग का काम है इरिगेशन डिपार्टमेंट के अंतर्गत आता है। तो पहले ये बताइए कि आप यमुना की डिसिल्टिंग क्यों नही कर पाए? पिछले साल भी भाजपा ने ये मुद्दा उठाया और आपसे पूछा कि डिसिल्टिंग क्यों नहीं हो रही है? इससे बाढ़ आने का खतरा है लेकिन आपने उसका संज्ञान भी नहीं लिया। आज प्रदेश में सरकार आप की, दिल्ली जल बोर्ड आप का, नगर निगम भी आप का, इसके बावजूद दोषारोपण दूसरों पर… ऐसा क्यों?
उन्होंने कहा कि दिल्ली में जल संकट आया है और आम आदमी पार्टी के नेता व मंत्री बता रहे हैं कि गलती हरियाणा सरकार की है। भारतीय सेना जो दिन रात जनता की सेवा में लगी है, वह षड्यंत्र कर रही है, केंद्र सरकार, उपराज्यपाल और एनडीआरएफ की टीमें षड्यंत्र कर रही है और ‘शीशमहल’ में बैठकर जो एसी का आनंद ले रहा है, वह मुख्यमंत्री सही है। यहां तक कि कोरोना के समय में भी, यही केंद्र सरकार थी, जो यह सुनिश्चित कर रही थी कि लोगों को उस चरम स्थिति से लड़ने के लिए सभी सुविधाएं मिलें, उस समय भी केजरीवाल दोषारोपण करने के अलावा कुछ नहीं कर रहे थे।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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