कोलकाता। पश्चिम बंगाल के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में हिंसा अभी तक जारी है। मतगणना के दिन भी सुबह से हिंसा की खबरें आ रही हैं। सुबह आठ बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू हो गई। निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद कुछ मतगणना केंद्रों के बाहर लाठी-डंडे चले, कई जगह ईंट-पत्थर भी फेंके गए।
भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि उसके काउंटिंग एजेंट को कई जगहों पर मतगणना केंद्र के अंदर नहीं घुसने दिया गया। कई जगहों पर भाजपा एजेंट से मारपीट की गई। डायमंड हार्बर के फकीर चंद कॉलेज के सामने भाजपा के काउंटिंग एजेंट को पीटा गया। पुलिस तमाशबीन बनी रही। काउंटिंग एजेंट का आई कार्ड छीन लिया गया। डायमंड हार्बर के विष्णुपुर एक नंबर के भाजपा काउंटिंग एजेंट को भी पीटा गया। उसे घुसने नहीं दिया गया। भाजपा समर्थक महिलाओं को पीटा गया। उनके कपड़े फाड़ दिए गए।
स्थानीय भाजपा नेता गोपीनाथ सरदार ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस समर्थक हमले कर रहे हैं। पुलिस उनकी मदद कर रही है। मतगणना केंद्रों के 200 मीटर के दायरे में केंद्रीय बलों की सुरक्षा है। मगर यह लोग इस दायरे से पहले ही पूरा गिरोह बनाकर खड़े हैं। काटोया में भी भाजपा के काउंटिंग एजेंट को मतगणना केंद्र के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। इसके खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया है।
बीरभूम और दक्षिण 24 परगना जिले में मतगणना केंद्र के बाहर दूसरी पार्टियों के कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगा है। माकपा के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में जारी बयान में कहा गया है कि बीरभूम जिले में मतगणना केंद्र के बाहर उम्मीदवारों के साथ जब पार्टी कार्यकर्ता पहुंचे तो तृणमूल कार्यकर्ताओं ने घेरकर लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर से हमला किया। मतगणना केंद्र से कुछ दूरी पर तृणमूल कार्यकर्ता बम लेकर घूम रहे हैं। पुलिस देखकर भी अनदेखा कर रही है। दक्षिण 24 परगना के डायमंड हार्बर में भी मतगणना केंद्र के बाहर हिंसा का वीडियो सामने आया है। माकपा ने दावा किया है कि उसके कार्यकर्ताओं पर तृणमूल कांग्रेस के संरक्षित गुंडे हमला कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मतगणना केंद्र के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लगी हुई है। मतगणना केंद्रीय बलों के साये में हो रही है। मतदान वाले दिन जमकर हिंसा हुई। आठ घंटे के दौरान 18 लोगों की जान चली गई। आठ जून को चुनाव की घोषणा के बाद से लेकर अब तक 40 लोग मारे जा चुके हैं।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
टिप्पणियाँ