शुक्रवार को गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर नए भारत के सामर्थ्य की प्रतीक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरखपुर को भव्य उपहार प्रदान करेंगे। पूर्वोत्तर रेलवे के लिए भी यह पहली वंदे भारत ट्रेन है। वंदे भारत एक्सप्रेस के शुभारंभ अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पीएम मोदी के साथ उपस्थित रहेंगे।
बतौर प्रधानमंत्री मोदी गोरखपुर को अपने हर दौरे पर उपहार देते रहे हैं। पूर्व में वह यहां के लिए खाद कारखाना, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), व रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (आरएमआरसी) की सौगात दे चुके हैं। 22 जुलाई 2016 को उन्होंने यहां आकर एम्स व खाद कारखाना का शिलान्यास किया था जबकि इन दोनों बड़ी परियोजनाओं का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद इन दोनों के साथ 7 दिसंबर 2021 को आरएमआरसी का भी लोकार्पण किया था।
यही नहीं, पूरे देश के किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान योजना की शुरुआत भी उन्होंने 24 फरवरी 2019 को बाबा गोरखनाथ की धरती से की। उपहारों की इस श्रृंखला में पीएम के 7 जुलाई के दौरे पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का नाम भी जुड़ जाएगा। केंद्र सरकार से इन सभी परियोजनाओं की सौगात दिलाने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
वास्तव में गोरखपुर से वंदे भारत एक्सप्रेस की सुविधा सुनहरे सपने के साकार होने जैसा है। वंदे भारत एक्सप्रेस गोरखपुर को वाया अयोध्या लखनऊ तक कनेक्ट करेगी। इससे अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों तथा प्रदेश की राजधानी की सैर करने वालों को काफी सुविधा होगी और दूरी तय करने में उनका समय काफी बचेगा। वंदे भारत एक्सप्रेस को स्वदेशी रूप से डिजाइन व निर्मित किया गया है। यह ट्रेन अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस है। यह उपयोगकर्ताओं को वायुयान की यात्रा सदृश तेज, अधिक आरामदायक और अधिक सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी। इसमें वाई-फाई की सुविधा भी है। गोरखपुर से लखनऊ के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाने के लिए टाइम टेबल भी जारी कर दिया गया है।
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