देहरादून। यूपी और उत्तराखंड में आइएएस कैडर के जरिए बड़े पदों पर काम कर चुके राम विलास यादव की बीस करोड़ से अधिक की संपत्ति को ईडी ने अटैच कर ली है। बताया जा रहा है कि देहरादून में यादव के छह बड़े प्लॉट हैं, जिनकी कीमत 18 करोड़ आंकी गई है।
राम विलास यादव पहले यूपी में प्रशासनिक सेवा में थे, बाद में वे उत्तराखंड में समाज कल्याण में अपर सचिव के पद पर रहे। उन्हीं के कार्यकाल में समाज कल्याण विभाग में वजीफा घोटाला और अन्य भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हुए थे। ईडी ने जांच में पाया है कि उत्तराखंड में 2013 से 2016 के दौरान उनकी आय 76 लाख रुपये आंकी गई थी जबकि उस दौरान उनके द्वारा 21.40 करोड़ खर्चा किया गया। ईडी ने 18 करोड़ की चल और 2 करोड़ की अचल संपत्ति को अटैच किया है। राम विलास यादव को उनकी सेवानिवृत होने से एक हफ्ते पहले ही विजलेंस ने हिरासत में ले लिया गया था। बाद में ईडी ने उनसे पूछताछ की थी। उनके और परिवार के नाम लखनऊ और नोएडा में भी करोड़ों की संपत्ति मिली है, जिन्हें ईडी पहले ही अटैच कर चुकी है।
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