फरीदाबाद। एक गर्भवती महिला को उसके ससुरालियों द्वारा आग लगाकर जिंदा जलाकर मारने का प्रयास किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। फिलहाल महिला को उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार राजीव कालोनी बल्लभगढ़ निवासी रिजवाना की शादी डेढ़ साल पहले मुजीद निवासी सिरोही से हुई थी। शादी के बाद रिजवाना ने एक बेटी को जन्म दिया, जिसकी बाद में मृत्यु हो गई थी। रिजवाना की बहन ने बताया कि उसका ससुर इकबाल अपनी बहू पर बुरी नजर रखता था और इसको लेकर कई बार पंचायत भी हुई।
बताया जाता है कि रात्रि तीन बजे जब रिजवाना सोई हुई थी, अचानक उसके शरीर में जलन होने लगी, जब उसकी आग खुली तो देखा कि वह आग की लपटों में घिरी थी, जिस पर वह शोर मचाते हुए बाहर भागी। बाहर निकलने पर किसी ने उसके ऊपर पानी डाल दिया। इस बीच ससुराल वालों ने मायके वालों को फोन करके इसकी जानकारी दी और उसे बीके अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों द्वारा अधिक जल जाने के कारण उसका उपचार करने से मना कर दिया।
बाद उसे एन.एच.-3 स्थित एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाकर ससुराल पक्ष के लोग छोडक़र भाग गए। मायके पक्ष के लोगों का कहना है कि यह कल दिन में रिजवाना की अपनी पति, ससुर और ननद से लड़ाई हुई थी और उन्होंने ही उसे मारने के उद्देश्य से आग लगाई है। फिलहाल परिजनों ने पुलिस में शिकायत दी है, पुलिस मामले की जांच कर रही है, महिला की हालत भी नाजुक बताई गई है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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