संगरूर। पंजाब में आम आदमी पार्टी कामों के चलते नहीं बल्कि कारनामों के चलते चर्चा में छा रही है। मुख्यमंत्री दावे पर दावे कर रहे हैं और अखबारों में लंबे चौड़े विज्ञापन भी प्रकाशित हो रहे हैं, लेकिन असलियत कुछ और ही नजर आ रही है। भगवंत मान के गृह जिला संगरूर में पुलिस ने 8736 अध्यापकों पर जमकर लाठियां बरसाईं और उन्हें घसीट-घसीटकर बसों में भरा गया।
अध्यापकों का साथ देने के लिए किसान यूनियन के नेता भी आए थे। पुलिस ने उनकी भी पगड़ियां उछाल दीं और उन पर भी डंडे बरसा कर घसीटते हुए ले गए। इस दौरान कई महिला शिक्षकों के दुपट्टे और कपड़े भी फट गए। महिला शिक्षकों का आरोप था कि एकतरफ मुख्यमंत्री भगवंत मान कहते हैं कि किसी बहन का दुपट्टा नहीं छीनने दिया जाएगा। लेकिन यहां पर तो पुलिस वालों ने उनके दुपट्टे तो दूर कपड़े तक फाड़ डाले। उन्होंने कहा कि पंजाब की भगवंत मान सरकार दोगली है और वादे पर खरी नहीं उतरने वाली सरकार है। 8736 अध्यापकों का कहना है कि सरकार ने उन्हें 23500 रुपये देकर आंखों में धूल झोंकने का काम किया है। अध्यापकों का आरोप है कि सरकार ने एक बार में ही 23500 रुपए दे दिए हैं जो रिटायरमेंट तक ऐसे ही रहेंगे। एक तरफ सरकार होर्डिंग्स लगाकर दावे कर रही है कि 8736 अध्यापक पक्के कर दिए, जबकि हकीकत यह है कि अभी कोई पक्का नहीं हुआ है। असल में आम आदमी पार्टी द्वारा पंजाब के लोगों को दी गई गारंटियां झूठ पर झूठ साबित हो रही हैं।
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