असम: डॉ. शाहद ने गर्भवती महिला की बनाई अश्लील वीडियो, फिर ग्रुप में कर दी वायरल, डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज

असम में एक डॉक्टर का विकृत चरित्र चिकित्सा जगत के लिए शर्मिंदगी का कारण बन रहा है।

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दिव्य कमल बोरदोलोई

असम : शिवसागर जिले के नाजिरा गेलेकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आशा कार्यकर्ताओं ने डॉ. उल्लाह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। असम टी ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन (एटीटीएसयू) ने एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता के पति ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है, पुलिस ने अभी तक कार्रवाई नहीं की है।

गुवाहाटी, असम में एक डॉक्टर का विकृत चरित्र चिकित्सा जगत के लिए शर्मिंदगी का कारण बन रहा है। यहां तक ​​कि आशा कार्यकर्ताओं को भी आरोपी डॉक्टर के खिलाफ प्रदर्शन करने और उसकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने के लिए मजबूर होना पड़ा।  यह घटना शिवसागर जिले के नाजिरा गेलेकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की है।

प्रसूता को 27 जून को स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया था भर्ती
महिला के भर्ती होने के बाद स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शाहद उल्लाह ने महिला का इलाज करते समय उसके प्राइवेट पार्ट के कुछ दृश्य अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिए। यह दृश्य स्वास्थ्य केंद्र के एक ग्रुप में वायरल हो गया। बाद में ये क्लिप अन्य सोशल मीडिया नेटवर्क पर भी वायरल हो गईं। इससे स्वास्थ्य केंद्र में डॉ. शाहद उल्लाह की अनैतिक कार्यप्रणाली के खिलाफ हड़कंप मच गया। मरीजों को पीएचसी लाने वाली आशा कार्यकर्ताओं ने इस घटना का कड़ा विरोध किया। वहीं आक्रोशित आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि डॉ. शाहद उल्लाह ने एक गर्भवती महिला की ऐसी तस्वीरें बनाकर वायरल कर दी।

डॉ. शाहद उल्लाह के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग
जिससे पूरी नारी जाति का अपमान हुआ है। आशा कार्यकर्ताओं ने इस अनसुनी घटना में शामिल डॉक्टर के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने के लिए उपमंडल स्वास्थ्य अधिकारी के माध्यम से संयुक्त स्वास्थ्य निदेशालय को एक ज्ञापन भी सौंपा है। दूसरी ओर, असम टी ट्राइब स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एटीएसए) ने 28 जून को शिवसागर के गेलेकी पुलिस स्टेशन में डॉ. उल्लाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। छात्र संघ ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और चिकित्सा नैतिकता का पूर्ण उल्लंघन बताया और डॉ. शाहद उल्लाह के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की।

AASU ने डॉक्टर की शर्मनाक हरकत के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन
ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) ने भी डॉक्टर की शर्मनाक हरकत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और आरोपी व्यक्ति की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।  AASU ने कहा कि यह नारी जाति का अपमान है और इस तरह की गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। छात्र संगठन ने कहा कि क्लिप वायरल होने के बाद यह घटना सामने आई। ऐसी संभावना है कि आरोपी डॉक्टर ने कई अन्य पीड़ितों की तस्वीरें ली होंगी जो कभी सामने नहीं आईं,  इसलिए पुलिस की उचित जांच ही इन पीड़ितों को न्याय दिलाएगी। पीड़िता के पति ने डॉक्टर के खिलाफ गेलेकी थाने में शिकायत भी दर्ज करायी है।

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