गुवाहाटी। असम में बाढ़ की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है। अभी भी राज्य के 11 जिलों के 1 लाख 55 हजार 896 से अधिक नागरिक बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राज्य में सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। बाढ़ के चलते कई नदियों के तटबंध टूट गए और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है। प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने सोमवार की देर शाम तक के बाढ़ प्रभावित जिलों के आंकड़े जारी किए हैं। बाढ़ प्रभावित 11 जिलों में बजाली, बाक्सा, बरपेटा, दरंग, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, कामरूप (ग्रामीण), लखीमपुर, नगांव, नलबाड़ी और तामुलपुर शामिल हैं। बाढ़ से 23 राजस्व सर्किल अंतर्गत 563 गांवों के 1 लाख 55 हजार 896 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से कुल 3801.63 हेक्टेयर फसल अभी भी प्रभावित है।
बाढ़ प्रभावितों के लिए कुल 29 राहत शिविर स्थापित किये गये हैं, जबकि 70 राहत वितरण केंद्र खोले गए हैं। राहत शिविरों में कुल 2 हजार 915 लोग आश्रय लिये हुए हैं। बाढ़ के चलते सोमवार को बरपेटा जिले में दो लोगों की मौत हो गयी। बाढ़ से राज्य के कुल 1 लाख 67 हजार 86 पशु धन प्रभावित हुए हैं। इनमें बड़े पशुओं की कुल संख्या 81 हजार 712 और छोटे पशुओं की 59 हजार 503 है, जबकि 25 हजार 871 कुक्कुट भी प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के चलते बजाली और तामुलपुर में कुल 20 पूरी तरह से कच्चा, एक पक्का मकान क्षतिग्रस्त हो गये और आंशिक रूप से 6 कच्चे और 4 पक्के मकानों को नुकसान हुआ है। साथ ही 11 झोपड़ी तथा 7 पशुओं के आश्रय भी तबाह हुए हैं।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में 10 मेडिकल टीमें अपनी सेवाएं बाढ़ प्रभावित इलाकों में दे रही हैं। बाढ़ प्रभावितों के बीच खाद्य सामग्रियों का वितरण किया गया। इनमें 267.17 क्विंटल चावल, 47.64 क्विंटल दाल, 12.20 क्विंटल नमक, 1218.75 लीटर सरसों का तेल, पशुओं के लिए गेहूं का चोकर 3384.74 क्विंटल और चावल की भूसी 75.50 क्विंटल शामिल हैं। राज्य सरकार की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में सभी तरह के आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
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