प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा आयोजित लंच में भाग लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की तरफ से किया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों नेताओं की मौजूदगी में कहा, मैं उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का इस भव्य स्वागत करने के लिए धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा कि आप दोनों ने जो गर्मजोशी भरे शब्द कहे उसके लिए भी मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। इस अवसर पर पीएम मोदी ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की मां की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने भारत से अपना रिश्ता हमेशा कायम रखा। संचार के आधुनिक तकनीक नहीं होने के बावजूद उन्होंने पत्रों के द्वारा यह संबंध बनाए रखा। ज्ञात रहे कि कमला हैरिस की मां 1958 में भारत से अमेरिका आईं थीं।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि पिछले तीन दिनों में मैंने अनेक बैठकों में हिस्सा लिया। कई विषयों पर चर्चा की। इन सभी बैठकों में एक चीज कॉमन थी, सब एकमत थे कि भारत और अमेरिका के लोगों के बीच मित्रता एवं सहयोग और गहरा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंधों की मधुर गीतमाला लोगों से लोगों के बीच संबंध के सूरों से पिरोई गई है। इन संबंधों का उदाहरण हमें कदम-कदम पर देखने को मिलता है।
उन्होंने कहा कि 2014 में मेरी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति बाइडन भी यहां स्टेट विभाग में थे। उस समय उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी को ‘क्षितिज पर एक वादा’ कहा था। इन 9 वर्षों में हमने बहुत लंबी और खूबसूरत यात्रा की है। रक्षा और सामरिक क्षेत्रों में हमने आपसी सहयोग के नये आयाम जोड़े हैं। नई और उभरती टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हम नए विश्वास के साथ काम कर रहे हैं।
भारत का इतिहास और शिक्षा ने न केवल मुझ पर बल्कि पूरी दुनिया पर प्रभाव डाला है। भारत ने दुनिया के करोड़ों लोगों को प्रेरित किया चाहे फिर वह दर्शनशास्र से हो या फिर सविनय अवज्ञा या फिर लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता हो।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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