बच्चों को जब परिजन विद्यालय भेजते हैं तो उन्हें इस बात का पूर्ण विश्वास होता है कि विद्यालय का वातावरण और शिक्षक उन्हें अच्छे संस्कार देंगे। लेकिन इस भरोसे को कुछ लोग शिक्षा के मंदिर में ही तोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला झारखंड के गढ़वा से आया है । यहां शिक्षक और शिष्य के रिश्ते को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है।
गढ़वा के बंशीधर शहर के बिशुनपुर स्थित मिलेनियम पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य मंजूर आलम (30 वर्ष) पर अपने ही स्कूल की 14 वर्षीय हिंदू नाबालिग छात्रा के साथ गलत हरकत करने का आरोप लगा है। पूरे क्षेत्र में इस मामले को लेकर चर्चा है। आरोप लगने के बाद विद्यालय के निदेशक मुमताज राही ने प्रधानाचार्य मंजूर आलम को निलंबित कर दिया है।
आपको बता दें कि प्रधानाचार्य की इस हरकत के बाद वह नाबालिग छात्रा विद्यालय से अपना नामांकन रद्द करवा चुकी है। सूत्रों से यह भी पता चला है कि उस नाबालिग छात्रा के परिवार भी डरे सहमे हुए हैं और किसी भी तरह के बयान देने से घबरा रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने स्कूल की कुछ छात्राओं से बातचीत की है। उन छात्राओं ने अपने प्रधानाचार्य के द्वारा की गई हरकतों के बारे में उन्हें विस्तार से बताया है। उसी रिपोर्ट में बताया गया है कि इस घटना की खबर आसपास के इलाके में फैलते ही कई अभिभावक उक्त विद्यालय से अपने बच्चों का नामांकन रद्द भी करवाना चाह रहे हैं। इन सब में सबसे बड़ी बात यह है कि जिस प्रधानाचार्य पर इतने गंभीर आरोप लग रहे हैं वह निदेशक मुमताज राही का भतीजा है।
इस विषय पर हमारे प्रतिनिधि ने विद्यालय के निदेशक मुमताज से बातचीत की। मुमताज ने कहा कि उनके पास जैसे ही इसकी खबर आई है उन्होंने फौरी तौर पर प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया और स्कूल प्रबंधन की ओर से उन पर जांच बैठाई गई है। इसके साथ ही अगर जांच में किसी भी तरह की सत्यता पाई जाती है तो इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन के पास भी जाने से गुरेज नहीं करेंगे।
अब सवाल ये उठता है कि जो प्रधानाचार्य खुद निदेशक का भतीजा है, क्या उसकी हरकतों से उसके चाचा मुमताज राही इतने दिनों तक वाकिफ नहीं होंगे?
इस मामले पर भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही ने निंदा करते हुए कहा कि स्कूल के प्रधानाचार्य की यह हरकत पूरे समाज को शर्मसार कर देने वाली है। उन्होंने बताया कि अगर किसी छात्रा के साथ उसके धर्म को देखते हुए निशाना बनाया गया है तो यह और भी पीड़ादायक है। इस तरह की घटना पहले दूसरे राज्यों से सुनने को मिलती थी लेकिन अब उनके क्षेत्र से पहली बार सुनने को मिली है। उन्होंने सरकार से इस मामले की अच्छे से जांच कराने और दोषी प्रिंसिपल को जेल में डाल कर संस्था को बंद करने की मांग की है।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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