देश के इतिहास में चक्रवात बिपरजॉय सबसे लंबे समय तक रहने वाला तूफान रहा।जिसने गुजरात के तट से टकराने और भीषण तबाही मचाने के बाद के भयावह दृष्यों जो वो अपने पीछे छोड़ गया है। इस चक्रवात के दौरान तटीय इलाकों के रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया था, जिनमें गर्भवती महिलाएं भी शामिल थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिपरजॉय चक्रवात के दौरान 700 से अधिक बच्चों ने जन्म लिया। इस चक्रवात की वजह से भारी नुकसान की आशंका को देखते हुए, सरकार ने पहले ही 1,152 गर्भवती महिलाओं समेत करीब एक लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया था। इन लोगों में 707 गर्भवती महिलाओं ने सफलतापूर्वक बच्चों को जन्म दिया, जिसमें वो महिलाएं और बच्चे दोनों सुरक्षित हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कच्छ जिले में करीब 348, राजकोट में 100, देवभूमि द्वारका में 93, गिर सोमनाथ में 69, पोरबंदर में 30, जूनागढ़ में 25, जामनगर में 17, राजकोट महानगर पालिका में 12, जूनागढ़ नगर निगम में 8, जामनगर नगर निगम में 4 और मोरबी में 1 बच्चे ने जन्म लिया।
बता दें इस दौरान चक्रवात बिपरजॉय ने कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह में लैंडफॉल किया था। तटीय क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर भेजे गए 1,09,000 लोगों में 10,918 बच्चे और 5,070 वरिष्ठ नागरिक शामिल थे।
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