गुवाहाटी। पिछले एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश के चलते असम के 13 जिले बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। कई नदियों के तटबंध टूट गए हैं। सड़कों को भी नुकसान हुआ है। प्रशासन पूरी तत्परता के साथ बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से 13 जिलों में आई बाढ़ के आज आंकड़े जारी किए हैं। राज्य की तीन नदियां तीन स्थान पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इनमें पुठीमारी नदी (एनएच रोड क्रॉसिंग), कपिली नदी (कामपुर), ब्रह्मपुत्र (नेमातीघाट) शामिल हैं।
बाढ़ प्रभावित 13 जिलों और अनुमंडलों में बिश्वनाथ, दरंग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, होजाई, लखीमपुर, नगांव, शोणितपुर, तिनसुकिया, उदालगुरी के साथ ही तीन जिलों के शहरी क्षेत्र कछार, कामरूप (मेट्रो) और नलबाड़ी शामिल हैं। बाढ़ से 23 राजस्व सर्किल अंतर्गत 146 गांवों के 37535 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से कुल 1409.65 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ प्रभावितों के लिए कुल 19 राहत शिविर स्थापित किये गये हैं जबकि 17 राहत वितरण केंद्र खोले गए हैं। राहत शिविरों में अब तक कुल 9 लोग रहे हैं जिसमें 4 पुरुष, 4 महिला एवं एक गर्भवती महिला शामिल है। बाढ़ से राज्य के कुल 45492 पशु धन प्रभावित हुए हैं। इसमें बड़े पशुओं की कुल संख्या 33400, छोटे 11980 तथा 112 कुक्कुट शामिल हैं।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान के लिए एसडीआरएफ की एक नौका तथा मेडिकल 3 टीमें तैनात की गयी हैं। आज बाढ़ प्रभावितों के बीच खाद्य सामग्रियों का वितरण किया गया। जिसमें 524.17 क्विंटल चावल, 96.60 क्विंटल दाल, 26.37 क्विंटल नमक, 2472.14 लीटर सरसों का तेल, पशुओं के लिए गेंहू का चोकर 222.00 क्विंटल, चावल की भूसी 303.00 क्विंटल शामिल हैं।
बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए बुनियादी ढांचों में कुल 8 जिलों में तटबंध क्षतिग्रस्त हुए हैं जिसमें बिश्वनाथ, दरंग, धेमाजी, ग्वालपारा, करीमगंज जिला शामिल हैं। वहीं 8 स्थानों पर दरंग, ग्वालपारा, कामरूप, तामुलपुर में सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। शोणितपुर जिला में एक पुल क्षतिग्रस्त हुआ है। जबकि, डिमा हसाउ और कामरूप (मेट्रो) जिला में भूस्खलन भी हुआ है। राज्य सरकार की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में सभी तरह के आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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