गुजरात में जूनागढ़ के मजेवड़ी दरवाजा के पास पुलिस चौकी पर शुक्रवार देर रात बेकाबू भीड़ ने पथराव कर हमला कर दिया। इस दौरान वाहनों में तोड़फोड़ की गई। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। हमले में एक पुलिस उपाधीक्षक समेत पांच पीएसआई को चोट लगी है।
पुलिस के अनुसार एक अवैध दरगाह को नोटिस दिया गया था। इसके डिमोलेशन के वक्त स्थानीय लोगों की भीड़ ने मजेवड़ी पुलिस चौकी को घेरकर पथराव शुरू कर दिया । वाहनों के साथ सरकारी बसों पर पथराव किया गया। वाहनों पर आग लगाने की कोशिश की गई।
बताया गया कि इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया। इस दौरान आंसू गैस के गोले भी दागे गए। पुलिस ने 174 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। रात भर कॉम्बिंग की गई है। फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं और पुलिस पूरे शहर में चप्पे-चप्पे की जांच कर रही है।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार जूनागढ़ में मजेवड़ी गेट के सामने रास्ते के बीचोबीच एक दरगाह है, जिसे हटाने के लिए महानगर पालिका की ओर से नोटिस जारी किया था। नोटिस में लिखा गया था कि इसे अवैध तरीके से बनाया गया है। पांच दिन के अंदर इस दरगाह के कानूनी तौर पर सही होने के सबूत पेश करें, नहीं तो इसे तोड़ा जाएगा और इसका खर्च आपको देना होगा। दरगाह के डिमोलेशन का नोटिस लगाने महानगर पालिका के अधिकारी पहुंचे थे। नोटिस पढ़ते ही कट्टरपंथी इकठ्ठा हो गए और नारे लगाने लगे। पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो वो हमलावर हो गए।
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