मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में एक मुस्लिम लड़के को हिंदू लड़की से प्रेम हो गया। जिसके बाद जब दोनों ने शादी करनी चाही तो परिवारवालों ने विरोध किया। इस पर युवक ने इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म में वापसी कर ली और करेली के श्रीराम मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से लड़की के साथ सात फेरे लिए। युवक ने बताया कि उसे सनातन धर्म में रुचि है, यही कारण है कि उसने घर वापसी की है।
क्या है मामला
पूरा मामला यह है कि मुस्लिम युवक का सोनाली राय नाम की हिन्दू युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ने शादी करने के लिए कलेक्ट्रेट में आवेदन किया था। युवक और युवती दोनों अलग-अलग समुदाय से थे। इनका आवेदन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। आवेदन में दो गवाहों के नाम दर्ज थे, उन गवाहों पर लोग आपत्तिजनक कमेंट करने लगे। इतना ही नहीं विरोध में करेली चौराहे पर इन गवाहों के खिलाफ एक शोकसभा की घोषणा भी की गई, लेकिन ऐसा कोई आयोजन नहीं हुआ।
मुस्लिम लड़के ने सनातन धर्म में वापसी करने का फैसला किया
सोशल मीडिया पर आवेदन वायरल होना फिर उसके बाद गवाहों के विरोध में शोकसभा का ऐलान होना। इन सब के बाद पूरे मामले ने उस वक्त मोड़ ले लिया जब शाम के समय मुस्लिम लड़के ने सनातन धर्म में वापसी करने का फैसला किया। फिर युवक ने अपने दोस्तों, परिचितों के साथ बीजेपी के युवा मोर्चा के सदस्यों से संपर्क किया और घर वापसी की इच्छा जताई। जिसके बाद युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष प्रियांक जैन और अन्य सदस्यों ने युवक और युवती के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्हें ज्ञात हुआ कि मुस्लिम युवक जिसका नाम फाजिल था, उसका सोनाली नाम की हिन्दू युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था, इस दौरान उन्हें फाजिल के पड़ोसियों से यह भी जानकारी मिली कि फाजिल की आस्था शुरु से हिंदू धर्म में थी।
मंदिर में फाजिल से अमन राय बने युवक ने सोनाली राय के साथ सात फेरे लिए
पूरी जानकारी जुटाने के बाद फाजिल की घर वापसी की तैयारियां की गईं, और श्रीराम मंदिर में पंडित जी ने वैदिक मंत्रों से जनेऊ संस्कार किया और युवक की सनातन धर्म में वापसी कराई। इस दौरान उसका नामकरण भी किया गया। युवक का नाम फाजिल से अमन राय रखा गया। इसके बाद मंदिर में ही फाजिल से अमन राय बने युवक ने सोनाली राय के साथ सात फेरे लिए, और भगवान का आशीर्वाद लिया। शादी की रस्में पूरी होने के बाद दोनों को रामचरितमानस भेंट की गईं।
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