फिरोजाबाद। हाल में हुए मेयर चुनाव में फिरोजाबाद से सपा उम्मीदवार रही मशरूर फातिमा के पुत्र जीशान अली को पुलिस ने लाखों की जाली करेंसी के साथ गिरफ्तार किया है। जीशान सहित पांच अपराधी कार में नकली करेंसी लेकर राजधानी लखनऊ जा रहे थे। इटावा पुलिस ने घेराबंदी कर नकली करेंसी रैकेट में शामिल जीशान, माहिन आलम, मौहम्मद तलहा, राजकिन और जुबैर को गिरफ्तार कर बड़ी आर्थिक साजिश का भंडफोड़ कर दिया है। चौंका देने वाली बात है कि पकड़े तीन युवकों की उनके परिवारों ने फिरोजाबाद पुलिस में गुमशुदगी दर्ज करा रखी थी।
इटावा पुलिस के मुताबिक, फिरोजाबाद के सपा नेता नौशाद अली सिद्दीकी व समाजवादी पार्टी की मेयर उम्मीदवार रही मशरूर फातिमा के बेटे नौशाद अली को थाना बसरेहर क्षेत्र में उस समय पकड़ा गया, जब वह चार अन्य साथियों के साथ बाजार में नकली मुद्रा चलाने की कोशिश कर रहे थे। उनके कब्जे से से 100, 200, 500, 2000 के मूल्य की कूट रचित करेंसी के साथ कार बरामद हुई है। अभियुक्त जीशान की मां मशरूर फातिमा 2017 में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से फिरोजाबाद में मेयर प्रत्याशी रही थीं। अबकी बार फातिमा को समाजवादी पार्टी ने मेयर उम्मीदवार बनाया था, हालांकि उसे हार का सामना करना पड़ा।
अफसरों ने मीडिया को बताया कि फिरोजाबाद पुलिस को सूचना दी गई थी मशरूर फातिमा का बेटा जीशान अपने दोस्त माहिन आलम पुत्र कमर आलम निवासी इमामबाड़ा थाना रसूलपुर, मौहम्मद तलहा पुत्र रहीसुद्दीन निवासी मोहल्ला सिजरान गली नंबर 3 थाना रसूलपुर परिचित की कार लेकर घूमने निकले थे। इसके बाद वह गायब हो गए। परिजनों ने थाना रसूलपुर में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस टीमें तलाश में जुटीं मगर तीनों के मोबाइल बंद होने से लोकेशन ट्रैस नहीं हो सकी। इस बीच इटावा की थाना बसरेहर पुलिस ने एसओजी के साथ मिलकर लाखों की जाली करेंसी के साथ फिरोजाबाद से गायब बताए जा रहे जीशान व उसके साथियों को पकड़ा तो हड़कंप मच गया।
पुलिस ने जीशान, तलहा ओर माहिन के साथ राजकिन पुत्र मोहम्मद शमशाद निवासी मिंटो रोड थाना कमला मार्केट नई दिल्ली, जुबैर उर्फ सोनू पुत्र यूनुस मनिहान निवासी काली नदी रोड फैसलाबाद थाना कोतवाली नगर बुलंदशहर को भी गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के खिलाफ ने इटावा पुलिस ने जाली करेंसी नोटों को असली रूप में उपयोग करने के मामले में केस दर्ज कर जेल भेज दिया है। उनके पास से कूटरचित करेंसी के 2,32,100 रुपये बरामद किए गए हैं। इटावा पुलिस प्रवक्ता ने बताया है कि सूचना मिली थी कि आगरा से इटावा होते हुए जाली करंसी को चलाने वाला रैकेट के सदस्य लखनऊ जा रहे हैं। जिसके बाद सभी पर शिकंजा कस दिया गया। अभियुक्तों ने पूछताछ में खुलासा किया कि जाली करंसी को शहरों में ले जाकर कम रुपयों में देते थे और लालच में लोग फंस जाते थे।
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