बदायूं। भागीरथ घाट पर मां भागीरथी की आराधना करने वाले बदायूं के होनहार छात्र विभु उपाध्याय ने पहले ही प्रयास में नीट परीक्षा (NEET) में कामयाबी पाई है। काशी के पुरोहितों से धर्म-अध्यात्म की दीक्षा लेने के बाद बदायूं में मां गंगा की महाआरती कर रहे हैं। विभु की सफलता पर मुख्ख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्हें बधाई देते हुए कहा है कि ये संस्कारित-अनुशासित जीवन शैली का प्रतिफल है।
बदायूं में गंगा तट पर बसे कछला कस्बे के रहने वाले विभु उपाध्याय ने 720 अंकों में से 622 स्कोर के साथ नीट परीक्षा पास की है। विभु ने अपनी कामयाबी का श्रेय मां-बाप को दते हुए इसे मां गंगा का अर्शीवाद बताया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि डाक्टरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद भी वह पहले की तरह गंगा आरती में भाग लेते रहेंगे। सनातन संस्कार उनके दिल में बसे हैं और जीवन में धर्म-अध्यात्म के साथ चिकित्सा सेवा करने का प्रण लिया है।
विभु उपाध्याय के गंगा आरती से जुड़ना खासा दिलचस्प है। कुछ साल पहले बदायूं प्रशासन ने काशी की तरह जिले के कछला भागीरथी घाट पर हर रोज मां गंगा की महाआरती करने की योजना बनाई थी। तत्कालीन डीएम दिनेश कुमार सिंह की पहल पर शुरू हुई तैयारियों में गंगा आरती के लिए धर्म, अध्यात्म में रुचि रखने वाले सनातनी युवाओं की आवश्यकता हुई। कछला के रहने समाजसेवी हरेन्द्र उपाध्याय के पुत्र विभु उपाध्याय उस समय कक्षा 9 की पढ़ाई कर रहे थे। डीएम ने उन्हें भागीरथी घाट पर गंगा आरती के शुभारंभ से जोड़ा। काशी की तर्ज पर बदायूं के कछला घाट पर गंगा आरती की विधि सिखाने के लिए वाराणसी के पुरोहित पधारे थे। विधि विधान के साथ 2019 में कछला घाट पर महाआरती की शुरूआत हुई थी।
उसके बाद से विभु उपाध्याय पढ़ाई के साथ हर रोज गंगा आरती में भाग लेते रहे। नीट की तैयारी के लिए कुछ समय वह कोटा भी गए और वहां से लौटकर फिर शिक्षा के साथ गंगा आराधना में जुट गए। अब नीट परीक्षा का परिणाम आया तो उपाध्याय परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। विभु उपाध्याय बदायूं डीएम रहे यूपी के सीनियर आईएएस दिनेश कुमार सिंह ( चित्रकूट मंडल के मौजूदा कमिश्नर) उनके प्रेरणाश्रोत हैं, जिन्होंने उन्हें गंगा आरती से जोड़ा था। मां गंगा की कृपा से मेरा सिलेक्शन हुआ है। आगे भी समय निकालकर गंगा आरती करते रहेंगे। इससे उनके मन को असीम शांति प्राप्त होती है।
विभु के पिता हरेन्द्र उपाध्याय और मां सुनीता शर्मा ने लाड़ले की सफलता पर कहा गर्व है कि उनका बेटा पढ़ाई धर्म, अध्यात्म के साथ पढ़ाई में आगे हैं। नीट की तैयारी के दौरान उनके बेटे विभु के पास रहने वाले एक बच्चे ने सुसाइड कर लिया था। इससे विभु एक महीना तनाव में रहा मगर उसके दिल में बसे संस्कार और धर्म-अध्यात्म की शिक्षा ने उसको लक्ष्य से नहीं डिगने दिया। विभू की कामयाबी के रूप में नतीजा सबके सामने है। विभू के बाबा श्यामलाल शर्मा वेटरनरी डाक्टर रहे हैं। पिता भी प्रेक्टिस करते हैं। उन्हीं की प्रेरणा से वह डाक्टर बनने जा रहे हैं। गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की सफलता पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें बधाई दी है। सीएम योगी ने कहा कि यह प्रेरक उपलब्धि संस्कारित एवं अनुशासित जीवन शैली का प्रतिफल है। मां गंगा का आर्शीवाद सदा उन पर ऐसे ही बना रहे। चित्रकूट कमिश्नर दिनेश कुमार सिंह ने भी विभु उपाध्याय को बधाई दी है, जो बदायूं के कछला घाट पर गंगा आरती के शुभारंभ के समय यहां के डीएम थे।
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