पातालोन्मुख पुल की अजब कहानी
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

पातालोन्मुख पुल की अजब कहानी

अब पुल निर्माण की कला रूखी-सूखी अभियांत्रिकता से निकल कविता की कोमलता तक पहुंच गई है। लेकिन गिर-गिरकर उठने वाले और उठ-उठकर गिरने वाले पुल निर्माण विशेषज्ञों को एक नये सरकारी चलन से परेशानी हो सकती है

by अरुणेन्द्र नाथ वर्मा
Jun 15, 2023, 11:41 am IST
in भारत, तथ्यपत्र
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

सैन फ्रांसिस्को का गोल्डन गेट ब्रिज दुनिया का सबसे लंबा और शानदार पुल माना जाता था। इसके बारे में कहा जाता था कि वह इतना लंबा है कि उसकी रंगाई-पुताई एक छोर से शुरू होकर जब तक दूसरे छोर पर पहुंचती है, तब तक पहले छोर की रंगाई फिर शुरू करने की जरूरत आन पड़ती है।

एक अरसा पहले सैन फ्रांसिस्को का गोल्डन गेट ब्रिज दुनिया का सबसे लंबा और शानदार पुल माना जाता था। इसके बारे में कहा जाता था कि वह इतना लंबा है कि उसकी रंगाई-पुताई एक छोर से शुरू होकर जब तक दूसरे छोर पर पहुंचती है, तब तक पहले छोर की रंगाई फिर शुरू करने की जरूरत आन पड़ती है। तब से अब तक भारत में भी बहुत लंबे-चौड़े खूबसूरत पुल बन चुके हैं। हावड़ा के विवेकानंद सेतु और मुम्बई के बांद्रा वर्ली सी लिंक की भव्यता दुनिया के मशहूर पुलों से किसी तरह कम नहीं है। लेकिन हमारा देश पुलनिर्माण क्षेत्र में जिस विशेषज्ञता का प्रदर्शन कर रहा है, उसका विश्व में कोई सानी नहीं है।

क्या किसी देश में कोई ऐसा पुल है, जिसका निर्माण अनवरत रूप से हो? किसी पुल के एक बड़े भाग के गिरने के कारणों की रपट कहीं उपलब्ध हो, इसके पहले ही दो सौ मीटर लंबा हिस्सा फिर गिर पड़े? गगनचुम्बी अट्टालिकाएं बनाने की कला तो कई देशों को आती है, लेकिन है कोई ऐसा देश जो पातालचुम्बी पुल बनाने की कला से परिचित हो?

अब पुल बनाना रूखी-सूखी अभियान्त्रिकता से आगे निकल कविता की कोमलता तक पहुंच गया है। मिल-जुलकर, निकट सहयोग के पावन उद्देश्य से दिशानिर्देशित होकर किसी-किसी राज्य के पीडब्ल्यूडी के चुनिंदा अभियंता और उनके संरक्षक मंत्री बहुत संवेदनशील पुल बनाने लगे हैं। ऐसे अद्भुत पुल का बड़ा हिस्सा जब अप्रैल 2022 में जलशैया पर लेटने नदी में उतरा, तो पहले बताया गया कि यह बेहद ठंडी हवाओं और तेज बरसात के कारण गिरा। वाह, प्रकृति के साथ कैसा अद्भुत तादात्म्य है। एक तरफ धरती के दुख से संतप्त आकाश आंसू बहाने लगा तो दूसरी तरफ आकाश के आंसू देखकर हमारे अतिसंवेदनशील पुल का कलेजा हिल गया।

इस सत्य से तो सब परिचित हैं कि ‘जहां सुमति तहां संपत्ति नाना’ की तरह जहां सीबीआई, तहां ईडी का आना भी एक परम्परा बन गया है। पातालचुम्बी पुलों की पड़ताल में सीबीआई को शायद आमंत्रण नहीं मिलेगा, लेकिन श्रीमान गिर्पड़े पुल के रोमांचक तमाशे में ईडी नामक बिनबुलाया मेहमान टपक पड़ा तो? क्या अनवरत गिरते रहने वाले पुल की अमर कहानी ऐसे दुखद मोड़ पर आकर समाप्त हो जाएगी?

अब ऐसी दुखभरी दास्तान बताकर प्रदेशवासियों को क्या दुखी करना? इसी संवेदना के चलते पुल के प्रारम्भिक हिस्से के ध्वस्त होने की जांच कभी दिन की रोशनी नहीं देख पायी। साल भर बाद इस नाटक के दूसरे अंक में बताया गया कि पुल निर्माण में प्रयुक्त सरिया-सीमेंट आदि की गुणवत्ता संदिग्ध थी, अत: उसे जान-बूझकर गिराया गया। इसे कहते हैं काम झटपट निपटाने की लगन। जब घटिया तरीके से बना पुल गिराना हो, तो आस-पास गुजरती नावों, स्नानार्थी आदि को सतर्क करने की क्या जरूरत? यदि यह बताया गया होता तो इस पातालचुम्बी छलांग को देखने के लिए भीड़ लग जाती। फिर भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस बुलानी पड़ती।

पुलिस उसमें व्यस्त रहती तो मद्यनिषेध भंजकों से वसूली ढीली पड़ जाती। कम गुणवत्ता वाले पुल को गिरते जो लोग मुफ्त में देखें, वे खुशकिस्मत हैं। यह अद्भुत दृश्य देखने के लिए सरकार ने टिकट जान-बूझकर नहीं लगाया। आम चुनाव दूर नहीं हैं। यह आशा करना गलत नहीं होगा कि अगले चुनाव के बाद ऐसे रोमांचक दृश्य बार-बार देखने के इच्छुक लोग मुफ्त में ऐसे वृहद् आयोजन दिखाने वाली सरकार की दरियादिली की प्रशंसा करते हुए उसे फिर चुनना चाहेंगे।

लेकिन गिर-गिरकर उठने वाले और उठ-उठकर गिरने वाले पुल निर्माण विशेषज्ञों को एक नये सरकारी चलन से परेशानी हो सकती है। नया चलन है रेल दुर्घटना में तोड़-फोड़ या अन्य अपराधी कृत्य की जांच करने के लिए सीबीआई को आमंत्रित करना। इस सत्य से तो सब परिचित हैं कि ‘जहां सुमति तहां संपत्ति नाना’ की तरह जहां सीबीआई, तहां ईडी का आना भी एक परम्परा बन गया है। पातालचुम्बी पुलों की पड़ताल में सीबीआई को शायद आमंत्रण नहीं मिलेगा, लेकिन श्रीमान गिर्पड़े पुल के रोमांचक तमाशे में ईडी नामक बिनबुलाया मेहमान टपक पड़ा तो? क्या अनवरत गिरते रहने वाले पुल की अमर कहानी ऐसे दुखद मोड़ पर आकर समाप्त हो जाएगी?

Topics: सैन फ्रांसिस्को का गोल्डन गेटसंवेदनशील पुलहावड़ा के विवेकानंद सेतुमुम्बई के बांद्रा वर्ली सी लिंकJahan Sumati Tahan Asset NanaGolden Gate of San FranciscoSensitive BridgeVivekananda Setu of HowrahBandra Worli Sea Link of MumbaiStrange story of Patalonmukh Bridgeजहां सुमति तहां संपत्ति नाना
Share23TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies