समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी के चाचा को कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इरफान सोलंकी के चाचा इश्तियाक सोलंकी पर जमीन कब्जा करने एवं रंगदारी मांगने का आरोप है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में वर्ष 2022 में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में अभी विवेचना जारी है।
उल्लेखनीय है कि इरफान सोलंकी पर विवादित प्लाट पर बनी झोपड़ी में आग लगाने के मामले में कार्रवाई शुरू हुई थी। उसके बाद सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी के खिलाफ कानपुर जनपद में एक और एफआईआर दर्ज की गई है थी। उसमें आरोप लगा था कि इरफान सोलंकी ने बांग्लादेशी परिवार को भारतीय पहचान पत्र बनवाने के लिए रिजवान के कागजात को प्रमाणित किया था। रिज़वान कई साल से कानपुर में अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था। सीसामऊ विधानसभा से विधायक हाजी इरफान सोलंकी ने प्रमाणित किया था कि व्यक्तिगत तौर पर वे रिजवान को जानते हैं। इरफ़ान सोलंकी ने रिज़वान और उसके परिवार के लोगों का भारतीय होना प्रामाणित किया था। विधायक इरफ़ान के हस्ताक्षर की जांच कराई गई। एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की गई। मुख्य अभियुक्त के तीन आधार कार्ड मिले थे, जिसमें नाम एक ही जैसा था। केवल पता अलग-अलग था। परिवार के सभी सदस्यों के दो-दो पासपोर्ट बरामद हुए गए थे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में जनपद काफी समय से ये बांग्लादेशी परिवार छिपकर रह रहा था। बांग्लादेशी रिजवान ने भारतीय पहचान पत्र भी बनवा लिया था। वो कई देशों की यात्रा भी कर चुका है। उसका पासपोर्ट कैसे बना। उसके पास इतना धन कहां से आया, जबकि वो कोई काम नहीं करता है। उसकी आय का स्रोत क्या था। यह जानने के लिए पुलिस ने रिजवान को कस्टडी रिमांड पर लिया था। सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी पर एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज किये जा चुके हैं।
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