संभल। यूपी के संभल जिले में घनी आबादी के बीच अवैध रूप से किया जा रहा बारूद का कारोबार बड़े हादसे का कारण बन गया। बीच शहर बारूद के गोदाम में ब्लास्ट से 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 से अधिक लोग घायल हो गए। मृतकों में छह माह का बच्चा भी शामिल है, जो धमाके में 500 मीटर दूर मलबा-ईंटें बिखरने से उसकी चपेट में आ गया। ब्लास्ट इतना तेज था कि आसपास के मकान भी धराशाई हो गए। प्रशासन ने गुन्नौर कस्बे में हुए ब्लास्ट के सिलसिले में आतिशबाज साबिर अली को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पत्नी-बेटी भी घटना में मारी गई हैं।
पुलिस के मुताबिक, संभल जिले में गुन्नौर कस्बे के मोहल्ला सराय में अवैध रूप से आबादी के बीच गोदाम में भारी मात्रा में बारूद का भंडारण किया गया था। गैरकानूनी कारोबार करने वाले आतिशबाज साबिर अली ने घनी बस्ती में खतरनाक तरीके से बारूद का गोदाम बना रखा था। मंगलवार शाम अचानक बारूद के गोदाम में तेज धमाका हुआ और पूरे इलाके अफरातफरी मच गई। धमाके में साबिर अली का गोदाम-मकान धराशाई हो गया और आसपास के कई घर भी जमींदोज हो गए और उनमें मौजूद लोग मलबे में दब गए। कई मकानों और दुकानों में दरारें आ गईं। हर तरफ धुएं का गुबार छा गया।
आधे घंटे से भी अधिक समय तक वहां रुक-रुककर धमाके होते रहे। सूचना पर डीएम मनीष बंसल, एसपी चक्रेश मिश्रा कई थानों की फोर्स एवं फायर बिग्रेड की टीमों के साथ मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए। संभल जिला मुख्यालय से एनडीआरएफ को भी मौके पर बुला लिया गया। कई घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बचाव दलों ने धराशाई हुई इमारतों में दबे लोगों को बाहर निकाला। घटना में आतिशबाज साबिर की पत्नी गुड्डो, बेटी अनम, पड़ोसी पप्पू की बेटी अनैय्या की मौत हो गई। घटनास्थल से करीब 500 मीटर दूर जसवंत सिंह के छह माह के बेटे ओम की ब्लास्ट में बिखरे मलबे की चपेट में आने से जान चली गई।
प्रशासन ने आसपास के मकानों को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया। मलबे में दबकर प्रमोद, रवि, राजेश, मोनू, विमल, मैरी जेम्स, प्रवेश, देवेंद्र, शानू के घायल होने की खबर है। इन सभी का इलाज जारी है। पुलिस ने साबिर अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। जिलाधिकारी संभल ने बताया कि गुन्नौर कस्बे में आतिशबाजी भंडारण गोदाम में विस्फोट की घटना हुई है। मलबे में दबकर घायल हुए पांच लोगों को हायर सेंटर रेफर किया गया है। राहत और बचाव कार्य जारी है।
बता दें कि पश्चिमी यूपी में संभल, गाजियाबाद, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ सहित कई शहरों में बारूद के अवैध कारोबार की वजह से पहले भी इस तरह की अनहोनी होती रही हैं। पिछले साल पीलीभीत के जहानाबाद कस्बे में बारूद के गोदाम में ब्लास्ट से कई लोगों की मौत हो गई थी। शासन ने आबादी क्षेत्र में पटाखे और आतिशबाजी के कारोबार पर रोक लगा रखी है लेकिन पश्चिमी यूपी में मौत का कारोबार इसके बाद भी नहीं रुक रहा। संभल के गुन्नौर कस्बे में हुए ब्लास्ट की घटना ने बारूद के ढेर पर बैठे शहरों की कड़वी सच्चाई फिर सामने ला दी है।
टिप्पणियाँ