नई दिल्ली। वैश्विक मंदी के बीच भारत के लिए एक और अच्छी खबर आई है। भारत 2023 में सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देश में बना रहेगा। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस बात की जानकारी दी है।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि देश 2023 में सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में बना रहेगा। पिछले कुछ वर्षों से घरेलू मांग में वृद्धि के चलते अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ एकीकृत हो गई है। आरबीआई गवर्नर ने मंगलवार को सेंट्रल बैंकिंग, लंदन, यूके द्वारा आयोजित समर मीटिंग्स के उद्घाटन भाषण में यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि वैश्विक मंदी का दौर चल रहा है लेकिन इस बीच पिछले कुछ वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था में वृद्धि मुख्य रूप से मजबूत घरेलू मांग, विशेष रूप से निजी खपत और निवेश से प्रेरित है। 2023-24 के लिए भारत की वास्तविक जीडीपी में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है। भारत 2023 में सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक रहेगा।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा हाल ही में जारी अनंतिम अनुमानों के अनुसार, 2022-23 के लिए वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही, जो अनुमानित 7 प्रतिशत से अधिक थी।
मजबूत वैश्विक विपरीत परिस्थितियों और कड़ी घरेलू मौद्रिक नीति के कड़े होने के बावजूद, विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने भारत को 2023-24 में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने का अनुमान लगाया है। शक्तिकांत दास ने कहा कि गंभीर तनाव की स्थिति में भी भारतीय बैंक न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम होंगे।
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