देहरादून के डोईवाला क्षेत्र में रहने वाला एक हिंदू युवक पिछले 4 साल से इस्लाम पंथ के प्रभाव में है, ऑनलाइन उर्दू, अरबी सीख कर वो दिन में पांच वक्त की नमाज पढ़ने लगा, जिससे परेशान उसके पिता ने पुलिस से मदद मांगी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक युवक न सिर्फ पांच समय की नमाज पढ़ता है, बल्कि ऑनलाइन उर्दू, अरबी सीखने के साथ ही मौलवियों के साथ संवाद कर इस्लाम का प्रचार-प्रसार करता है। युवक के पिता के अनुसार युवक इस्लाम के मौलवियों को भी सोशल मीडिया पर फॉलो करता है। एक तरह से वो उनकी गिरफ्त में है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार युवक के पिता ने स्थानीय पुलिस में शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने युवक को कोतवाली बुलाकर पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि वो पिछले कुछ सालों से डिप्रेशन का शिकार है और खुद को एक कमरे में बंद करके रखता है। पिछले 3 से 4 साल के दौरान वह कभी कभार ही अपने कमरे से बाहर निकलता है। अपने कमरे में रहकर वह सोशल मीडिया के जरिए इस्लाम मजहब के प्रभाव में आया। पुलिस के अनुसार युवक की मानसिक स्थिति को देखते हुए उसका मेडिकल चेकअप कराने के बाद उससे आगे की पूछताछ कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
इस मामले में देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुँवर ने बताया कि डोईवाला गढ़वाली कॉलोनी में रहने वाला 24 वर्षीय वैभव बिजल्वाण बीते करीब चार साल से अपने को कमरे में बंद रखता है और सोशल मीडिया के माध्यम से इस्लाम मजहब का अनुयाई बना हुआ है। वैभव के परिजनों ने कुछ वर्षों से उसके व्यवहार में कुछ बदलाव देखा है, वो किसी से बातचीत करने में संकोच करता है और अपनेआप में खोया रहता है। ज्यादा वक्त वो अपने कमरे में बन्द रहता है। पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक पूछताछ और जांच पड़ताल के बाद यह भी जानकारी मिली है कि वह ऑनलाइन उर्दू, अरबी सीखने के साथ ही इस्लाम मजहब से जुड़े लोगों को फॉलो कर रहा है। हालांकि अभी तक की जांच पड़ताल में युवक के द्वारा देश विरोधी जैसी कोई बात सामने नहीं आई है।
वैभव का किसी राष्ट्र विरोधी संगठन से कोई कनेक्शन सामने नहीं आया है। एसएसपी कुंवर के अनुसार परिजनों की शिकायत पर डोईवाला पुलिस की एक टीम ने काफी देर तक युवक से पूछताछ और काउंसलिंग भी की है। जिसमें पता चला कि युवक डिप्रेशन का शिकार है। मोबाइल में इंटरनेट के माध्यम से युवक ऑनलाइन जुड़कर इस्लाम के प्रति आकर्षक होकर इस्लाम मजहब जुड़े हर काम को सीखकर उसे रोज करता है।
एसएसपी के अनुसार युवक के मोबाइल और लैपटॉप को जांच पड़ताल में शामिल किया गया है, जिससे कुछ जानकारियां भी मिली हैं, जिस पर बारीकी से अध्ययन हो रहा है। वहीं, युवक की मानसिक स्थिति को देखते हुए अगले 2 से 3 दिनों में उसका मेडिकल कराया जाएगा, जिसके बाद आगे की जांच पड़ताल कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि ये युवक भी गाजियाबाद के युवक की तरह इस्लामिक ऑनलाइन प्रचार की गिरफ्त में है। फिलहाल पुलिस की साइबर टीम इस मामले की आगे जांच कर रही है।
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