ओट्टावा। कनाडा में खालिस्तान समर्थकों की एक और शर्मनाक हरकत सामने आई है। यहां निकाले गए एक जुलूस में तमाम झांकियों के बीच भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या पर जश्न मनाने की एक झांकी भी निकाली है। इस पर नाराजगी के स्वर भी मुखर होकर सामने आए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि इस तरह की घटना दोनों देशों के लिए ठीक नहीं है।
कनाडा के ब्रैम्पटन क्षेत्र में सिख समाज ने लंबी शोभा यात्रा के रूप में जुलूस निकाला था। इसमें सिख पंथ से जुड़ी तमाम झांकियां थीं। इन झांकियों के बीच ही खालिस्तान समर्थक सक्रिय हो गए और एक झांकी में इंदिरा गांधी की हत्या का दृश्य दिखाया गया। इसमें इंदिरा गांधी की तरह एक महिला को हाथ ऊपर किये खड़ा किया गया और सुरक्षा कर्मियों द्वारा उन्हें ही मारते दिखाया गया। इसके बाद जश्न मनाने की बात भी झांकी का हिस्सा है। जिस ट्रक पर यह झांकी दिखाई गयी है, उसमें इस घटनाक्रम को बदला बताते हुए 1984 में हुए सिख नरसंहार को न भूलने की बात कही गयी है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि मुझे लगता है कि इसमें एक बड़ा मुद्दा शामिल है और स्पष्ट रूप से हमें वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठना होगा। मुझे लगता है कि ये एक बड़ा मुद्दा है कि क्या कनाडा अपनी जमीन अलगाववादियों, चरमपंथियों, हिंसा की वकालत करने वाले लोगों को दे रहा है। यह रिश्तों के लिए अच्छा नहीं है और विशेषकर कनाडा के लिए तो बिल्कुल सही नहीं है।
इस झांकी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर भारतीय इस झांकी की जोरदार आलोचना कर रहे हैं। खालिस्तान समर्थकों की इस करतूत पर भारत में कनाडा के उच्चायुक्त ने भी नाराजगी जाहिर की है। कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैके ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कनाडा में हुए एक इवेंट के दौरान भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को सेलिब्रेट करने की घटना से मैं हैरान व परेशान हूं। कनाडा में नफरत और नफरत के महिमामंडन के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने इस तरह की घटनाओं की निंदा की है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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