तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में मासूम बच्चों का अपहरण करने वाली एक गैंग घूम रही है, जो सड़क किनारे सो रहे बेसहारा लोगों के बच्चों को अपना निशाना बना रहे हैं। रविवार को सामने आई एक सीसीटीवी फुटेज में ऑटो में सवार एक महिला फुटपाथ पर सो रहे बच्चे को उठाकर ले गई, हालांकि पुलिस ने 2 घंटे के अंदर उनको छुड़ा लिया।
जानकारी के मुताबिक हैदराबाद में अलग-अलग जगहों से 2 बच्चों के अपहरण की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। एक बच्चे का अपहरण पैराडाइज जंक्शन से और दूसरे बच्चे का अपहरण हनुमान टेकड़ी से किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर दोनों बच्चों को छुड़ाया और 2 अपहरणकर्ताओं शेख इमरान और एक महिला परवीन को गिरफ्तार किया है।
घटना रविवार अल सुबह की है, जहां शहर के विभिन्न स्थानों पर फुटपाथ पर सो रहे दो बच्चों का कथित तौर पर अपहरण करने के आरोप में एक महिला सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने कथित तौर पर एक शानदार जीवन जीने के लिए बच्चों को बेचने की योजना बनाई, लेकिन पुलिस ने उनकी योजना को विफल कर दिया और अपराध के दो घंटे के भीतर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, तड़के करीब 3.30 बजे गुब्बारे बेचने वाले मेघराज काले, उनकी पत्नी और उनके सात बच्चे पैराडाइज के पास एक फुटपाथ पर सो रहे थे। कुछ देर बाद उन्होंने देखा कि उनकी साढ़े तीन साल की बेटी करिश्मा गायब है। आसपास के इलाकों में काफी तलाश करने के बाद उसे स्थानीय लोगों के माध्यम से पता चला कि बुर्का पहने एक अज्ञात महिला उसे एक ऑटोरिक्शा में ले गई है। करिश्मा की असफल खोज के बाद काले ने महंकाली पुलिस से संपर्क किया।
पुलिस ने आस-पास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को सत्यापित करना शुरू किया और पाया कि ऑटोरिक्शा में आए किसी व्यक्ति ने करिश्मा का अपहरण कर लिया था। पुलिस ने आनन-फानन में ऑटो की तलाश शुरू की। सुल्तान बाजार थाने में भी इसी तरह की एक शिकायत दर्ज की गई थी, जहां सात महीने के शिव कुमार के अपहरण की शिकायत दर्ज की हुई थी।
कई टीमों ने ऑटोरिक्शा की तलाश शुरू कर दी और आखिरकार पुलिस ने आरोपी को सिकंदराबाद में ढूंढ लिया और दोनों बच्चों को बचा लिया। आरोपी फलकनुमा के शेख इमरान और निजामाबाद के परवीन को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि आरोपी ने बच्चों को बेचने की योजना बनाई थी।
इमरान एक ऑटोरिक्शा चालक है। इस पूरे मामले में पुलिस उपायुक्त (उत्तरी क्षेत्र) चंदना दीप्ति ने कहा, “शानदार जीवन जीने के उद्देश्य से, आरोपियों ने बच्चों का अपहरण करने और उन्हें 2 लाख में बेचने की योजना बनाई थी। फिलहाल पुलिस ने बच्चों को बरामद कर उनके माता-पिता को सौंप दिया है।
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